बिहार के बेतिया जिले के लौरिया थाना क्षेत्र के मठिया गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई 7 लोगों की मौत से हड़कंप मच गया है। पिछले तीन दिनों में हुई इन मौतों के बाद पुलिस और प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच तेज कर दी है। शनिवार रात जिले के एसपी डॉ. शौर्य सुमन और प्रभारी जिला अधिकारी सुमित कुमार ने घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। जांच के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।
मेडिकल टीम की तैनाती
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने 10 सदस्यीय मेडिकल टीम को मठिया गांव में तैनात किया है। डीएम सुमित कुमार ने ग्रामीणों से अपील की है कि यदि किसी में भी कोई संदिग्ध लक्षण नजर आए, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें ताकि समय पर इलाज मुहैया कराया जा सके।
जांच टीम में वरिष्ठ अधिकारी शामिल
एसपी और डीएम के संयुक्त आदेश पर गठित चार सदस्यीय जांच टीम में नरकटियागंज के एसडीएम, एसडीपीओ, सिविल सर्जन और उत्पाद अधीक्षक को शामिल किया गया है। टीम को 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। उत्पाद अधीक्षक को टीम में विशेष रूप से अवैध शराब बिक्री और निर्माण की जांच के लिए शामिल किया गया है।
अलग-अलग उम्र और स्थान पर हुई मौतें
एसपी डॉ. शौर्य सुमन ने बताया कि अब तक की जांच में यह सामने आया है कि सभी मृतकों की उम्र और मृत्यु का समय अलग-अलग है। मृतकों में 42 वर्षीय सुरेश चौधरी, 22 वर्षीय मनीष चौधरी, 25 वर्षीय नेयाज अहमद, 60 वर्षीय शिवराम और 35 वर्षीय प्रदीप गुप्ता शामिल हैं। इन मौतों ने प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच भय का माहौल पैदा कर दिया है।
परिजनों को शराब से मौत की आशंका
मृतकों के परिजनों का कहना है कि शराब और गांजे का सेवन इन मौतों का कारण हो सकता है। शुक्रवार और शनिवार को एक ही गांव के चाचा-भतीजा समेत 5 लोगों की मौत हुई, जबकि अन्य दो मौतें अन्य स्थानों पर हुईं। ग्रामीणों ने दावा किया है कि अवैध शराब और नशीले पदार्थों का उपयोग इस त्रासदी का मुख्य कारण हो सकता है।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई की योजना
घटनास्थल का दौरा करने के बाद एसपी और डीएम ने अवैध शराब और नशीले पदार्थों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उत्पाद अधीक्षक को विशेष जांच का जिम्मा सौंपा गया है। जांच टीम की रिपोर्ट आने के बाद ही प्रशासन अगली कार्रवाई करेगा।
ग्रामीणों में दहशत, प्रशासन से सहयोग की अपील
लगातार हो रही मौतों से ग्रामीणों में भय और चिंता का माहौल है। प्रशासन ने सभी से संयम बनाए रखने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत साझा करने की अपील की है। वहीं, मेडिकल टीम गांव में तैनात रहकर ग्रामीणों की निगरानी कर रही है।
जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मौतों के सही कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है।