बगहा, बिहार: बिहार के बगहा जिले के सेमरा थाना क्षेत्र स्थित डढ़िया गांव में शराब माफिया के खिलाफ छापेमारी करने गई उत्पाद विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने अचानक हमला कर दिया। इस हमले में दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें एक पुरुष पुलिसकर्मी और एक महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं। साथ ही, इस हमले में गांव की एक बच्ची भी जख्मी हो गई। हमलावरों ने न केवल पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी की, बल्कि उत्पाद विभाग की गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया, जिससे जांच टीम को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
यह घटना सोमवार शाम की है जब उत्पाद विभाग की टीम को डढ़िया गांव में देसी शराब निर्माण और उसकी बिक्री की सूचना मिली थी। जैसे ही टीम मौके पर पहुंची, ग्रामीणों ने छापेमारी का विरोध करना शुरू कर दिया। पुलिसकर्मियों के समझाने के बावजूद, विरोध और आक्रोश बढ़ता गया और ग्रामीणों ने अचानक पत्थरबाजी शुरू कर दी। स्थिति इतनी विकट हो गई कि पुलिसकर्मी अपने बचाव में गाड़ी में ही घेर लिए गए और उन पर हमला किया गया।
घायल पुलिसकर्मी और हमले का विवरण
घायल पुलिसकर्मियों में दिनेश कुमार और मोतीलाल शाह शामिल हैं। दिनेश कुमार ने बताया कि वह अपनी टीम के साथ डढ़िया गांव में छापेमारी के लिए रुके थे, उसी दौरान ग्रामीणों ने अचानक हमला बोल दिया। उन्होंने बताया कि दो गाड़ियों में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे थे। एक गाड़ी में पांच बीएमपी (बिहार सशस्त्र पुलिस) के जवान थे, जबकि दूसरी गाड़ी में उत्पाद विभाग के तीन पुरुष जवान और दो महिला पुलिसकर्मी थे। हमलावरों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और हमला कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए।
हमले के बाद की स्थिति
मनोज कुमार सिंह, उत्पाद विभाग के अधीक्षक, ने बताया कि हमले में एक बच्ची भी जख्मी हो गई। इसके बाद, स्थिति और भी उग्र हो गई। पुलिसकर्मियों को जब तक मौके से निकाला गया, तब तक उनका सिर फट चुका था। सूचना मिलते ही सेमरा थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल पहुंचाया।
उत्पाद विभाग की टीम ने पहले ही आरोप लगाया था कि ग्रामीणों का एक हिस्सा शराब माफिया से जुड़ा हुआ है और वह किसी भी हालत में छापेमारी नहीं होने देना चाहता। इस हमले से यह साफ है कि शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने में स्थानीय स्तर पर कितना विरोध झेलना पड़ रहा है।
पुलिस कार्रवाई
हालांकि, बगहा पुलिस प्रशासन इस मामले को लेकर गंभीर है। उन्होंने बताया कि सभी हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, छापेमारी में शामिल पुलिसकर्मियों के इलाज का ध्यान रखा जा रहा है। बगहा पुलिस ने इस घटना के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए और भी पुलिस बल को इलाके में तैनात किया है ताकि ऐसी घटनाओं से निपटा जा सके।
बिहार में शराब बंदी के बावजूद, देसी शराब के निर्माण और उसकी बिक्री एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। ऐसे में उत्पाद विभाग और पुलिस टीम पर इस तरह के हमलों से यह मामला और जटिल हो गया है। अब देखना यह है कि बिहार सरकार और पुलिस प्रशासन इस स्थिति से निपटने के लिए कौन-कौन से कदम उठाता है।