बिहार के भागलपुर जिले में तैनात एक महिला दरोगा पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले में सुल्तानगंज निवासी फोटो स्टेट दुकानदार शंभू कुमार ने महिला दरोगा ऐश्वर्या राय पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उनके बेटे को सिपाही बनाने के नाम पर उनसे 2.90 लाख रुपये वसूले। शंभू ने कहा कि यह रकम उन्होंने चेक के माध्यम से दी थी, लेकिन न तो नौकरी मिली और न ही पैसे वापस किए गए।
कैसे हुआ मामला?
शंभू कुमार ने बताया कि यह घटना 2022 में सुल्तानगंज में आयोजित विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले के दौरान हुई। उस समय महिला दरोगा ऐश्वर्या राय की ड्यूटी मेले में लगाई गई थी। शंभू की फोटो स्टेट की दुकान पर दरोगा का अक्सर आना-जाना था। बातचीत के दौरान ऐश्वर्या ने शंभू के बेटे की नौकरी के बारे में पूछा और उसे सिपाही बनाने का भरोसा दिलाया। इस प्रक्रिया के तहत ऐश्वर्या ने दो किस्तों में 2.90 लाख रुपये वसूले।
शंभू का दावा है कि दरोगा ने जल्द ही नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया था। लेकिन दो साल बीतने के बाद भी न तो नौकरी मिली और न ही पैसा वापस किया गया। जब शंभू ने पैसे की मांग की, तो दरोगा ऐश्वर्या ने टाल-मटोल शुरू कर दी।
शिकायत दर्ज, एसएसपी ने दिए जांच के आदेश
पीड़ित शंभू ने महिला दरोगा और उनके एक करीबी व्यक्ति, धनंजय कुमार, के खिलाफ भागलपुर सिटी एसपी आनंद कुमार को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। शिकायत में उन्होंने घटना से जुड़े सबूत भी प्रस्तुत किए हैं।
भागलपुर एसएसपी आनंद कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत यह मामला दर्ज किया गया है और इसकी जांच एसडीपीओ लॉ एंड ऑर्डर को सौंपी गई है। एसएसपी ने यह भी कहा कि यह मामला इतने दिनों बाद क्यों सामने आया है, इसकी भी जांच की जाएगी।
शंभू कुमार ने कहा कि उन्होंने दरोगा पर भरोसा करके बड़ी रकम दी थी, लेकिन अब वह न्याय के लिए अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दरोगा ऐश्वर्या और उनके साथी धनंजय कुमार ने जान-बूझकर उन्हें ठगा है।