पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए कैबिनेट विस्तार के बाद सात नए मंत्रियों को शामिल किया गया है। इनके विभागों का बंटवारा कर दिया गया है और इसकी आधिकारिक अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। नए मंत्रियों को शामिल करने के साथ ही कुछ पुराने मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल किया गया है।
नए मंत्रियों को मिले विभाग
बिहार कैबिनेट में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कोटे से शामिल किए गए मंत्रियों को उनके विभाग सौंपे गए हैं। संजय सरावगी को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले यह विभाग बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के पास था, जिन्होंने कैबिनेट विस्तार से पहले इस्तीफा दे दिया था।
अन्य नए मंत्रियों को निम्नलिखित विभाग सौंपे गए हैं:
- संजय सरावगी – राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग
- जीवेश मिश्रा – नगर विकास एवं आवास विकास विभाग
- सुनील कुमार – वन एवं पर्यटन विभाग
- राजू सिंह – (विभाग अभी घोषित नहीं)
- मोतीलाल प्रसाद – पर्यटन विभाग
- कृष्ण कुमार मंटू – सूचना विभाग
- विजय मंडल – (विभाग अभी घोषित नहीं)
पुराने मंत्रियों के विभागों में बदलाव
कैबिनेट विस्तार के साथ ही कुछ पुराने मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल किया गया है।
- डिप्टी सीएम विजय सिन्हा को अब कृषि एवं खनन विभाग सौंपा गया है। पहले उनके पास पथ निर्माण विभाग था।
- नितिन नवीन को पथ निर्माण विभाग दिया गया है, जो पहले विजय सिन्हा के पास था।
- जीवेश मिश्रा को नगर विकास एवं आवास विकास विभाग दिया गया है, जो पहले नितिन नवीन के पास था।
कैबिनेट विस्तार की प्रमुख बातें
गौरतलब है कि बुधवार को बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने कैबिनेट विस्तार किया था। इस दौरान राजभवन में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सात विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इन मंत्रियों को भाजपा कोटे से शामिल किया गया है और उन्हें विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस कैबिनेट विस्तार से बिहार सरकार की प्रशासनिक व्यवस्था को और मजबूत करने की कोशिश की गई है। इसके अलावा, विभागों के पुनर्गठन से मंत्रियों की कार्यक्षमता को भी संतुलित करने का प्रयास किया गया है।