Bihar Teachers: बिहार में भीषण गर्मी के कारण मुख्यमंत्री के आदेश पर सरकारी स्कूलों में आठ जून तक कक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने स्पष्ट किया कि स्कूल बंद नहीं किए गए हैं, बल्कि सिर्फ कक्षाएं स्थगित की गई हैं। इस दौरान पढ़ाई नहीं होगी, लेकिन शिक्षक पूर्व घोषित समयानुसार सुबह छह बजे से दोपहर 1.30 बजे तक स्कूल में रहेंगे और नामांकन, कापी जांच सहित अन्य कार्य करेंगे।
शिक्षक स्कूल से संबंधित कार्यों में प्रधानाध्यापक का सहयोग करेंगे और स्कूलों का निरीक्षण कार्य भी चलता रहेगा। शिक्षकों को निर्धारित समय पर स्कूल आने के लिए निर्देशित किया गया है।
भीषण गर्मी के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या में वृद्धि
भीषण गर्मी और उमस के चलते हर दिन सैकड़ों लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। राजधानी पटना में हीट स्ट्रोक व लू के बजाय उल्टी-दस्त, पेट दर्द (गैस्ट्रोइंट्राइटिस) के मरीज अधिक आ रहे हैं। 103-104 डिग्री के तेज बुखार, जो सात दिन तक नहीं उतर रहा, ऐसे मरीज भी अधिक हैं।
इसके अलावा अधेड़ और बुजुर्ग लोगों में ब्रेन हैमरेज, धड़कन बढ़ना, बेचैनी और ब्लाकेज की समस्या देखी जा रही है। आइजीआइएमएस में पिछले चार दिनों से औसतन सात मरीज ब्रेन हैमरेज के भर्ती हो रहे हैं।
छह माह से कम उम्र के बच्चों में तेज बुखार
चिकित्साधीक्षक डॉ. मनीष मंडल के अनुसार बुधवार को इमरजेंसी में कुल 18 ब्रेन हैमरेज के मरीज भर्ती थे। आइजीआइसी के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. बिरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि छह माह से कम उम्र के बच्चे तेज बुखार लेकर आ रहे हैं और यह बुखार पोछने व दवाओं से भी नहीं उतर रहा है।
सिविल सर्जन डॉ. मिथिलेश्वर कुमार ने बताया कि मार्च से अब तक हीट स्ट्रोक-लू के जिले में 20 मामले ही दर्ज किए गए हैं। गर्मी के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए अस्पतालों में जागरूकता बढ़ाई जा रही है और पर्याप्त दवाओं का भंडार है। बुधवार को पीएमसीएच में 18 लोग मुख्य व शिशु इमरजेंसी में भर्ती किए गए। न्यू गार्डिनर रोड में छह लोगों को स्लाइन के साथ इंजेक्शन दिए गए और आइजीआइएमएस में पांच ब्रेन हैमरेज के मरीज भर्ती किए गए।