पटना: मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत बिहार की सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं का सत्यापन का काम 21 जुलाई से आरंभ होगा. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) राज्य के हर घर में जाकर मतदाताओं का सत्यापन करेंगे. सत्यापन के दौरान किसी मतदाता की मृत्यु हो गयी है या उसने अपना पता बदल लिया है, तो वैसे मतदाता का नाम सूची से हटा दिया जायेगा.
पांच जनवरी, 2024 को मतदाता सूची का होगा अंतिम प्रकाशन
26 दिसंबर को सभी दावा- आपत्तियों का निष्पादन कर पांच जनवरी, 2024 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जायेगा. आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के पूर्व पहली जनवरी 2024 के आधार में मतदाता सूची के रिविजन का काम आरंभ कर दिया गया है. पहले चरण का काम पहली जून से आरंभ किया गया है जो 20 जुलाई तक चलेगा. इस दौरान आयोग द्वारा राज्य के सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी और बूथ लेवल ऑफिसर को आइटी से संबंधित और सभी प्रकार की गाइडलाइन और कानूनी प्रावधानों के प्रशिक्षण का काम पूरा कर लिया जायेगा. दूसरे चरण में 21 जुलाई से बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन करेंगे. यह कार्यक्रम एक माह तक चलेगा.