आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, यह घटना उस समय हुई जब किन्नर सभा में नाच-गाने के लिए बुलाए गए थे। दर्शक दीर्घा में प्रवेश करने के बाद उन्हें इस तरह के अभद्र व्यवहार का सामना करना पड़ा, जिसे लेकर वे बेहद गुस्से में थे। किन्नरों का कहना था कि उन्हें सभा में सम्मान के साथ बुलाया गया था, लेकिन इस प्रकार की घटनाएं उनके लिए असहनीय हैं। किन्नर इस घटना के विरोध में पुलिस से भी भिड़े और अपना विरोध दर्ज कराया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह स्थिति को शांत किया, लेकिन किन्नर यह कहते हुए सभा स्थल से निकल गए कि इस तरह की छेड़छाड़ के कारण अब वे यहां नहीं रुकेंगे। इसके बाद मामला शांत हो गया और सभा की कार्रवाई आगे बढ़ी।
सभा में पहुंचे आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने अपनी पुरानी शैली में चुनावी भाषण दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ तीखा हमला किया। लालू यादव ने कहा कि बीजेपी को “मूली की तरह उखाड़ फेंकना है” और इसके लिए लोगों से गठबंधन को वोट देने की अपील की। उनका कहना था कि समय अब बहुत कम रह गया है, चुनाव 13 नवंबर को होना है और उन्हें ताकत को एकजुट करके बीजेपी का मुकाबला करना है।
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लालू यादव ने मुसलमानों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि उनका कोई भी बाल बांका नहीं कर सकता है। उन्होंने अपने समर्थकों से अनुरोध किया कि वे लालटेन पर बटन दबाकर बीजेपी को हरा दें और बिहार में बदलाव लाएं। उनका भाषण महज पांच मिनट लंबा था, लेकिन उसमें उन्होंने बीजेपी और मोदी सरकार पर तीखे हमले किए और राज्य की राजनीति को लेकर अपने गठबंधन के लिए समर्थन मांगा।