पूर्णिया. खाकी जैसी पवित्र वर्दी पर खाकीधारी ही दाग लगाने में लगे हैं. पूर्णिया के सदर थाना के महिला दरोगा पर नेपाल की एक लड़की को अपने ट्रैप में फंसाकर आर्थिक शोषण करने का आरोप लगा है. इस आरोप के इलेट्रॉनिक सबूत भी सामने हैं. बताया जा रहा है कि उनपर फोन पे के माध्यम से ₹5000 रिश्वत लेने का आरोप लगा है.
नेपाल की एक महिला ने एसआई अनु कुमारी पर आरोप लगाया कि उनके एक केस के एवज में उक्त महिला पुलिसकर्मी ने मेडिकल कराने के नाम पर ₹10000 रिश्वत ली. इसमें ₹5000 कैश के रूप में और ₹5000 मुर्शीद नाम के एक शख्स के अकाउंट पर फोन पे के माध्यम से रुपये मंगवाये. पीड़िता महिला और एसआई अनु कुमारी के बीच हुए व्हाट्सएप चैट भी जमकर वायरल हो रहे हैं. महिला नेपाल के मोरंग जिला की रहने वाली है.
पीड़िता महिला का कहना है कि पूर्णिया सदर थाना के रामबाग निवासी एक युवक ने उसे प्रेम जाल में फंसाकर अपने घर बुलाया. यहां उसके साथ शादी का झांसा देकर करीब 1 साल तक यौन शोषण किया गया. लेकिन, बाद में उसने किसी दूसरी विधवा महिला से शादी कर ली. तब उन्होंने इसकी लिखित शिकायत सदर थाना में की जिसका केस नंबर 71/24 है.
SI ने शुरू किया आर्थिक शोषण
जानकारी के अनुसार, इस केस का आईओ सदर थाना के महिला दारोगा एसआई अनु कुमारी को बनाया गया था. अनु कुमारी ने उसे मेडिकल कराने के खर्च के नाम पर ₹10000 रिश्वत मांगी तो ₹5000 उन्होंने फोनपे के माध्यम से मुर्शीद के खाते पर दिया. एसआई अनु कुमारी ने व्हाट्सएप पर मुर्शीद का नंबर भेजी थी, जिसका उसके पास सबूत भी है.
पूर्णिया एसपी ने जांच बिठाई
वहीं, इसकी जानकारी मिलते ही पूर्णिया के एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार को जांच का जिम्मा सौंपा है. फिलहाल एसपी ने एसआई अनु कुमारी को निलंबित कर दिया है, वहीं पीड़िता इंसाफ की गुहार लगा रही है. महिला दरोगा अनु कुमारी के इस रिश्वत कांड से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बिहार पुलिस की छवि दागदार हुई है.