DESK: स्वास्थ्य विभाग ने दक्षिण बिहार में भीषण गर्मी के कारण प्रभावित लोगों और उनकी होने वाली वास्तविक मौत की पड़ताल प्रारंभ की है। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह सोमवार ने बताया कि अभी तक राज्य भर में करीब 375 लोग विभिन्न अस्पतालों में भीषण गर्मी के कारण भर्ती हुए है।
25 मौतों की पड़ताल
इनमें से करीब 300 लोगों को अस्पतालों से डिस्चार्ज किया जा चुका है। भर्ती लोगों की हालत ठीक है। उन्होंने बताया कि लू के कारण राज्य में 25 संदेहास्पद मौत की सूचना है जिसकी पड़ताल की जा रही है।
संजय सिंह ने बताया कि महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान, पावापुरी में 79 मरीज लू लगने की शिकायत लेकर भर्ती हुए हैं। यहां नौ मरीजों के लू से मरने का संदेहास्पद म मामला पाया गया है। इसी प्रकार से नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल, पटना में दो दिनों में पीड़ित 40 लोगों की भर्ती किया गया है। यहां किसी मरीज की मौत की सूचना नहीं है।
रोज आ रहे नए केस
पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रतिदिन 20-25 मरीज लू लगने से भर्ती हो रहे हैं। यहां से भी अभी तक किसी व्यक्ति के मौत की सूचना नहीं है। अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज अस्पताल, गया में दो दिनों में 41 मरीजों को लू लगने के बाद भर्ती किया गया है। यहां पर चार मरीजों के लू के कारण मौत हुई है। इसी प्रकार से औरंगाबाद व नवादा जिले में 30-40 मीरज दो दिनों में भर्ती हुए हैं।
भोजपुर जिले में सात लोगों की संदेहास्पद मौत की सूचना मिल रही है। गया के जिला अस्पताल में एक मरीज की मौत की मौत की सूचना है। उन्होंने जनता से अपील की वे घरों में रहे। दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक घर से बाहर नहीं निकले.बाहर निकलने पर कपड़े से सिर को ढ़क कर रखें। कुछ देर पर पानी पीते रहें।