बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सरैया प्रखंड के गोरीगांवा स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत बीपीएससी शिक्षक संजीव कुमार वर्मा (46) ने शनिवार को अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। शिक्षक ने अपने कमरे में पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उन्होंने एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने किसी भी व्यक्ति को अपनी मौत का जिम्मेदार नहीं ठहराया। संजीव कुमार वर्मा की आत्महत्या से इलाके में सनसनी फैल गई है।
संजीव कुमार वर्मा पटना के कच्ची तलाब, गर्दनीबाग निवासी थे और बीपीएससी के टीआरई वन के तहत अंग्रेजी विषय के अध्यापक के रूप में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोरीगांवा में कार्यरत थे। उन्हें इस विद्यालय में पिछले साल पोस्टिंग मिली थी, और तब से वे सरैया थाना क्षेत्र के बनौली नया टोला स्थित कृष्णा सिंह के मकान में किराए पर रह रहे थे। वे नियमित रूप से पैदल ही विद्यालय जाते थे।
शनिवार से ही उनके कमरे से बाहर न निकलने पर स्थानीय लोग चिंतित हो गए और रविवार शाम को उनके कमरे की खिड़की से देखा, तो वह पंखे से लटकते हुए मिले। इस पर तुरंत सरैया पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने कमरे का दरवाजा खोला और शव को नीचे उतारा। कमरे की तलाशी लेने पर एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें शिक्षक ने लिखा था कि वह अपने परिवार और भाई से बहुत खुश रहे हैं और किसी को भी अपनी आत्महत्या के लिए दोषी नहीं ठहराते।
सुसाइड नोट में संजीव वर्मा ने लिखा, “मैं अपने परिवार, भाई लोग और सभी कार्यरत शिक्षकों से खुश रहा हूं। मेरे भाईजी ने हमेशा मेरी आवश्यकताओं को पूरा किया और उनके साथ मैं हमेशा खुश रहा हूं। वह मेरे लिए भगवान हैं। मैं आज बिना किसी दबाव के अपनी जान दे रहा हूं। कृपया मुझे माफ कर दीजिए।” शिक्षक ने अपने जीवन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है।
इस घटना के बाद आस-पास के लोग और साथी शिक्षक मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया। मृतक के परिवारवाले भी घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन शिक्षक के आत्महत्या के कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाए हैं।