बिहार के पूर्णिया जिले में सरकारी नौकरी के लिए आयोजित कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की एमटीएस परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए 35 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 14 मुन्ना भाई और कई सेंटर के कर्मचारी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि परीक्षा पास कराने के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी से 10.50 लाख रुपये वसूले गए थे।
पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि फर्जीवाड़े का यह मामला सदर थाना के हांसदा रोड स्थित डिजिटल पूर्णिया परीक्षा केंद्र में हुआ। यहां कुछ छात्र अपनी जगह दूसरे छात्रों को परीक्षा देने के लिए भेज रहे थे, जिनका बायोमेट्रिक डेटा मैच नहीं हुआ। सूचना के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और पूरे गोरखधंधे का पर्दाफाश किया।
इस फर्जीवाड़े में हाईटेक तरीके अपनाए गए थे। परीक्षा देने वाले छात्र परीक्षा हॉल में बैठे थे, जबकि असली अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र के पास ही एक अन्य कमरे में बिठाया गया था। वहां से तारों के माध्यम से बायोमेट्रिक डेटा भेजा जा रहा था ताकि असली अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक डेटा परीक्षा प्रणाली में दर्ज हो सके। एसपी शर्मा ने बताया कि यह सारा काम अत्याधुनिक उपकरणों के जरिए किया जा रहा था, और इसमें केंद्र के कर्मचारियों की भी मिलीभगत थी।
पुलिस की जांच में सामने आया कि इस फर्जीवाड़े के लिए पटना, वैशाली, कटिहार, रोहतास समेत कई जिलों के लोग शामिल थे। इस नेटवर्क का मुख्य सरगना कटिहार का रहने वाला रोशन कुमार है। इसे राज्य-स्तरीय नेक्सस माना जा रहा है, जिसमें कई जिलों के लोगों की मिलीभगत है। एसपी ने बताया कि एसएससी की उड़न दस्ता टीम भी संदेह के घेरे में है, क्योंकि वे केवल आधे घंटे के लिए ही सेंटर पर आए और चले गए। एसपी शर्मा के अनुसार, यह पूरी घटना एक योजनाबद्ध तरीके से चल रहे संगठित गिरोह की ओर इशारा करती है।
पुलिस की इस कार्रवाई में भारी मात्रा में नकदी, दस्तावेज, लैपटॉप, मोबाइल, वाईफाई उपकरण और अन्य आधुनिक संसाधन बरामद किए गए हैं। जांच के दौरान 4.20 लाख रुपये नकद, ब्लैंक चेक, स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट, तीन लैपटॉप, मोबाइल फोन, और अन्य तकनीकी उपकरण भी जब्त किए गए हैं।
इस गोरखधंधे के तहत परीक्षा केंद्र का एग्रीमेंट भी फर्जी तरीके से करवाया गया था, जिसमें पटना, वैशाली और कटिहार के लोगों ने भूमिका निभाई थी। पुलिस का कहना है कि अभी भी कई आरोपी फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।