पटना। लोकसभा चुनाव के छठे चरण में शनिवार को आठ सीटों पर मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। बाल्मीकिनगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, शिवहर, वैशाली, सिवान, महाराजगंज और गोपालगंज में 82 हजार से अधिक बलों की सुरक्षा में वोट डाले गए। इसमें 61 हजार 800 केंद्रीय व बिहार पुलिस के सुरक्षा बलों के साथ 20 हजार 800 गृहररक्षक बलों की तैनाती की गई थी।
मतदान के दौरान पुलिस-प्रशासन ने कुल 107 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें सर्वाधिक 42 को सिवान से गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, शिवहर से 21, गोपालगंज से 20, पूर्वी चंपारण से 15 और बगहा से नौ को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, छठे चरण में नेपाल एवं उत्तरप्रदेश की सीमा और दियारा व नक्सली क्षेत्र प्रमुख चुनौती रहे। बगहा, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण और सीतामढ़ी की नेपाल से लगी करीब 285 किमी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 136 चेकपोस्ट बनाए गए थे।
इसके अलावा, बगहा, सिवान, सारण और गोपालगंज की यूपी से लगी करीब 295 किमी सीमा पर 57 चेकपोस्ट बनाकर निगरानी की गई। बाल्मीकिनगर के 54 मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित इलाकों में थे, जहां सशस्त्र बलों के साथ सैटेलाइट फोन और बम निरोधक दस्ता की प्रतिनियुक्ति की गई थी।
गंडक, बूढ़ी गंडक, सरयू, बागमती जैसी नदियों के दियारा एवं दुर्गम क्षेत्र में नदी गश्ती की व्यवस्था रही। एसडीआरएफ के 10 बोट पर 40 जवानों के साथ स्थानीय स्तर पर 80 नावों को चुनाव कार्य में लगाया गया था। दियारा में गश्ती के लिए 20 अश्वारोही दल भी लगाए गए थे।
आचार संहिता के 65 मामले दर्ज
छठे चरण में शांतिपूर्ण मतदान के लिए 5560 संवेदनशील एवं असुरक्षित टोलों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई की गई थी। संदिग्धों की रोकथाम के लिए 201 अंतर जिला चेकपोस्ट भी बनाए गए। मतदान तक आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के 65 मामले दर्ज किए गए हैं।
पुलिस-प्रशासन ने आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक 11 हजार 791 गैर जमानतीय वारंटों का निष्पादन किया है, जबकि 68 हजार से अधिक लोगों पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है।
वहीं, 1361 लोगों पर सीसीए (क्राइम कंट्रोल एक्ट) के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। इस दौरान पुलिस-प्रशासन ने 299 अवैध हथियारों की बरामदगी की है तथा 12 हजार लाइसेंस प्राप्त हथियारों को जमा कराया गया है।