गौतम अडानी, जिन्होंने हाल ही में अपने कारोबार को विस्तार देने की दिशा में कदम उठाया है, ने 1,551 करोड़ रुपए की एक बड़ी डील की है। हिंडनबर्ग विवाद के बाद से अडानी समूह ने अपने व्यापार को और अधिक मजबूती देने के लिए कई कदम उठाए हैं। ताज़ा खबर के अनुसार, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) लिमिटेड ने एस्ट्रो ऑफशोर में 80 फीसदी हिस्सेदारी 18.5 करोड़ डॉलर (लगभग 1,551 करोड़ रुपए) में खरीदी है।
एस्ट्रो ऑफशोर: एक अग्रणी वैश्विक ओएसवी परिचालक
साल 2009 में गठित एस्ट्रो ऑफशोर पश्चिम एशिया, भारत, सुदूर पूर्व एशिया और अफ्रीका के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी के पास 26 ऑफशोर सपोर्ट वेसल्स (ओएसवी) का बेड़ा है। पिछले वित्त वर्ष 30 अप्रैल, 2024 को समाप्त हुआ था, जिसमें एस्ट्रो का राजस्व 9.5 करोड़ डॉलर और कर-पूर्व आय (एबिटा) 4.1 करोड़ डॉलर रही थी।
कैश में पूरी हुई डील
एपीएसईजेड द्वारा जारी बयान के अनुसार, यह सौदा पूरी तरह से कैश में हुआ है। इस सौदे के तहत एस्ट्रो ऑफशोर के मौजूदा प्रवर्तकों के पास शेष 20 फीसदी हिस्सेदारी बनी रहेगी।
अडानी पोर्ट के शेयरों में बढ़ोतरी
इस डील के प्रभाव से शुक्रवार को अडानी पोर्ट के शेयरों में मामूली वृद्धि दर्ज की गई। बीएसई पर अडानी पोर्ट एंड एसईजेड के शेयर 0.46 फीसदी की तेजी के साथ 1482.65 रुपए पर बंद हुए। मौजूदा साल में अडानी पोर्ट के शेयरों में 41.47 फीसदी का इजाफा देखा गया है, जिससे कंपनी का मार्केट कैप 3.20 लाख करोड़ रुपए के पार हो गया है।
गौतम अडानी की यह रणनीतिक खरीद उनके पोर्ट कारोबार को और अधिक विस्तार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे अडानी समूह की अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति और भी मजबूत होगी।