Pm Kisan: बिहार के 14.60 लाख किसान पीएम सम्मान निधि से वंचित हो सकते हैं। इन किसानों ने अभी तक ईकेवाईसी नहीं कराया है। कृषि विभाग ने डीएओ को जिलावार सूची भेजकर इनका ईकेवाईसी कराने का निर्देश दिया है। यह सूची कृषि समन्वयकों को दी जाएगी। किसानों के घर जाकर हाल ही में लॉन्च हुए मोबाइल एप के जरिए समन्वयक ईकेवाईसी की प्रक्रिया पूरी करेंगे।
कृषि निदेशक आलोक रंजन घोष ने सभी जिला कृषि पदाधिकारियों की बैठक में इसमें तेजी लाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने को कहा है। अपर निदेशक शष्य धनंजय पति त्रिपाठी ने बताया कि जून के पहले सप्ताह में पीएम किसान सम्मान निधि की चौदहवीं किस्त जारी होनी है। ज्यादा से ज्यादा किसानों को इसका लाभ मिले, इसीलिए यह कवायद की जा रही है।
भूमि का सत्यापन भी अनिवार्य
सम्मान निधि के लिए किसानों को भूमि का सत्यापन और ईकेवाईसी कराना अनिवार्य है। ईकेवाईसी नहीं कराने वाले किसान सम्मान निधि से वंचित हो सकते हैं। राज्य में ऐसे किसानों की संख्या 14 लाख 61 हजार 620 है। जिन किसानों का बैंक खाता आधार से नहीं जुड़ा है, उन्हें भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा। सबसे कम शेखपुरा के 5137 किसानों का ईकेवाईसी लंबित है।
70 हजार का आधार में नाम गलत
राज्य के 70 हजार 720 किसान ऐसे हैं, जिनका आधार में नाम गलत है। विभाग ने इन किसानों से भी नाम सुधरवाने की अपील की है। वहीं, ईकेवाईसी कराने वाले सात लाख किसान ऐसे भी हैं जिनका खाता एनपीसीआई से जुड़ा हुआ नहीं है। विभाग ने ऐसे किसानों से नजदीक के डाकघर में जाकर इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के जरिए खाता खुलवाने की अपील की है।
खुद भी कर सकते हैं ईकेवाईसी
किसान खुद से भी ईकेवाईसी करा सकते हैं। मोबाइल में गूगल प्ले स्टोर से पीएम किसान जीओआई एप डाउनलोड कर लें। एप पर आधार नंबर, मोबाइल नंबर, खाता और अन्य जानकारी भरकर ईकेवाईसी की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
-शष्य धनंजयपति त्रिपाठी, अपर निदेशक