टॉप बिहार डेस्क: राजधानी दिल्ली के नजफगढ़ नाले में मिले शव के मामले में जाफरपुर कलां थाना पुलिस ने मृतक सोनू कुमार के दोस्त और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक सोनू अपने दोस्त दौलत राम की पत्नी से एकतरफा प्यार करता था और उस पर अपने साथ जाने का दवाब बना रहा था। जिसके चलते दौरत राम ने उसकी हत्या कर शव को नाले में फेंक दिया था। फिलहाल पुलिस ने दोनों पति-पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस उपायुक्त शंकर चौधरी ने बताया कि 8 फरवरी की सुबह 10.52 बजे पंडवाला कलां घुम्मनहेड़ा के नाले में एक शव मिलने पड़ा होने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही जाफरपुर कलां थाना एसएचओ गिरीश कुमार की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस टीम ने शव को नाले से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शुरूआती जांच के बाद पुलिस को उसके पास से ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला, जिससे उसकी पहचान हो सके। ऐसे में पुलिस टीम ने दिल्ली-हरियाणा के विभिन्न थानों से दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्ट की जांच शुरू की। इसके साथ आसपास के गांव में युवक के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की।
जूस वाले ने दिया सुराग
पुलिस टीम को गांव में जूस की दुकान चलाने वाले एक युवक ने मृतक के बारे में अहम सुराग दिया। जूस वाले ने बताया कि मृतक का नाम सोनू है और वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। पुलिस सोनू के घर तक पहुंची, तो सामने आया कि सोनू का दोस्त दौलतराम भी अपने परिवार के साथ घर से लापता है। पुलिस ने दोनों की जानकारी जुटाई तो सामने आया कि दौलत राम और सोनू की दोस्ती 17-18 साल पुरानी थी। सोनू की बुआ की शादी उसके गांव में हुई थी। दोनों मेहनत मजदूरी करने दिल्ली आ गए थे।
सामान लेने आया तो पकड़ा गया
पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद ली। तो पता चला दौलत राम हाथरस में है। टीम वहां पहुंची, तो वह वहां से निकल चुका था। पुलिस उसे ट्रैक करती रही और आखिरकार उसे उसके घर से ही गिरफ्तार कर लिया। आरोपी अपना सामान लेने के लिए यहां आया था। दौलतराम ने पूछताछ में बताया कि सोनू का उसके घर आना जाना था। उसकी पत्नी से सोनू की गहरी दोस्ती हो गई थी। सोनू ने उसकी पत्नी को अपने साथ चलने का दबाव देना शुरू किया। कहा कि बच्चे को छोड़कर मेरे साथ रहो। इसके लिए वह तैयार नहीं थी।
रात को पहुंचा था घर
7 फरवरी की देर रात जब दौलत राम सो रहा था। तो सोनू घर के पीछे वाले रास्ते से पिस्तौल लेकर उसके घर में घुस गया। सोनू और दौलत राम की पत्नी दोनों बात कर रहे थे और सोनू उसे धमका रहा था। आवाज होने के चलते दौलतराम की नींद खुल गई। जिसके बाद दौलतराम ने मौका देखकर सोनू को दबोच लिया और उसकी पिस्तौल छीन ली। दौलतराम ने सोनू की पिस्तौल से ही उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने पत्नी के साथ मिलकर शव को बोरी में बंद किया और रिक्शे पर डालकर रात में 1 किलोमीटर दूर नाले में फेंक दिया। जिस पिस्तौल से गोली मारी थी, उसे और कारतूस को नाले के दूसरी तरफ 1 किलोमीटर दूर डंप किया। घर वापस आकर खून से सने कपड़ों को जला दिया और अगले दिन बच्चे के साथ वहां से निकल गए।