जमुई. नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान में जमुई पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की. नक्सलियों द्वारा पुलिस टीम को टारगेट करने की योजना को विफल कर दिया गया. जिले के झाझा थाना इलाके के जुड़पनिया जंगल में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ये बड़ी सफलता हासिल की. सर्च अभियान के दौरान जंगल से पुलिस ने एक क्विंटल विस्फोटक और हथियार बरामद किये. जंगल में गड्ढे से ड्रम में रखा विस्फोटक, जो अमोनियम नाइट्रेट बताया गया है, पुलिस ने उसे बरामद किया. साथ ही मास्केट और देसी पिस्टल भी पुलिस ने मौके से बरामद किया.
पुलिस को सूचना मिली थी कि इलाके में नक्सली गतिविधि तेज हुई है, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है. पुलिस अधिकारियों को यह इनपुट मिला था कि झाझा के जंगल में नक्सली दस्ते के द्वारा विस्फोटक रखे गए हैं, जिसका इस्तेमाल पुलिस को नुकसान पहुंचाने के लिए होने वाला है. इसी इनपुट के आधार पर जमुई एसपी और ऑपरेशन एएसपी के द्वारा टीम गठित कर कार्रवाई की गई.
जुड़पनिया गांव से लगभग डेढ़ किलोमीटर दक्षिण जंगल में जमीन के अंदर अंदर गड्ढा खोदकर ड्रम में छुपा कर रखा गया. विस्फोटक की पहचान अमोनियम नाइट्रेट के रूप में हुई, जिसका वजन लगभग 1 क्विंटल बताया गया है. इस दौरान विस्फोटक के पास से ही एक मास्केट और एक देसी पिस्टल को भी बरामद किया गया है. इस कार्रवाई में जिला पुलिस के अलावा सीआरपीएफ और एसटीएफ के जवान शामिल थे.
बताते चलें कि झाझा के जंगली इलाकों में नक्सली कमांडर पिंटू राणा, मतलू तूरी और विजय का दस्ता सक्रिय रहता है. पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम फिराक में है, जिसको लेकर यह कार्रवाई की गई थी. विस्फोटक को बरामद करने के बाद पुलिस सभी चीजों को लेकर झाझा थाना पहुंची, जहां पर नक्सलियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि पुलिस को निशाना बनाने के लिए विस्फोटक और हथियार जंगल में छुपाए गये थे. पुलिस को इनपुट मिली थी कि झाझा के जंगल में विस्फोटक छुपा कर रखा गया है, जिसको लेकर सर्च अभियान चलाया जा रहा था. शनिवार की दोपहर पुलिस को यह सफलता मिली है. इलाके में सक्रिय रहने वाले नक्सली कमांडर के दस्ते द्वारा यह विस्फोटक छुपा कर रखा गया था. पुलिस आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रखेगी. एसपी ने बताया कि बीते महीने भी सिकंदरा इलाके के जंगल से पुलिस ने इसी तरह का विस्फोटक बरामद किया था.
Input- News18