DESK: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की भांजी के परिवार पर जानलेवा हमला किया गया है। परिवार के सदस्यों को रविवार की रात बंदूक की बट से पीटा गया और तलवार मारी गई। इसमें पूर्व CM के भांजी के बेटे-बहू समेत चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले के पीछे चुनावी रंजिश बताई जा रही है। सभी का इलाज मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की भांजी केशरी देवी बाराचट्टी के मोहकमपुर गांव की निवासी हैं। वह पंचायत सदस्य भी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री की भांजी के बेटे अविनाश कुमार ने बताया कि गांव के लोगों ने पंचायत चुनाव की रंजिश झुमटा की रात(होली के बाद स्थानीय पर्व) निकाल ली।
उन्होंने बताया कि घर का टॉयलेट घर के बाहर सटा हुआ है। भाभी प्रिया देवी रात को टॉयलेट गई थीं। इसी बीच उनकी चीख की आवाज सुनाई दी। इस पर मां केशरी देवी ने कहा कि देखो तो भाभी के साथ क्या हुआ। वह क्यों चीख रही है। जब हम लोग बाहर निकले तो देखा कि भाभी को कुछ लोग जबरन उठा कर ले जा रहे हैं। उनका गला भी लोग दबाए हुए थे। इस पर हम लोगों ने विरोध किया तो उन्होंने हमला कर दिया। सभी बंदूक और तलवार से लैस थे।
हम लोग निहत्थे भाभी को बचाने लगे। इस पर उन लोगों ने बंदूक के बट से मार कर भाई को जख्मी कर दिया। वह वहीं पर अचेत हो कर गिर पड़े। भाभी ने विरोध किया तो उनके ऊपर तलवार चला दी। इससे उनकी एक टांग गंभीर रूप से जख्मी हो गई। हमने जब विरोध किया तो हमारे ऊपर भी तलवार से हमला बोल दिया। तलवार गर्दन व गाल के पास लगी। इससे मैं भी जख्मी हो गया। इस बीच मारपीट का शोर सुन कर हमारे पड़ोसी भी मौके पर जुटने लगे तो वे मौके से फरार हो गए।
रात में ही आनन-फानन में हम लोग डोभी अस्पताल पहुंचे। वहां से हमें मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां मेडिकल थाने की पुलिस बयान ले रही है। इसके बाद हम थाने जाएंगे और वहां आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज कराएंगे। अविनाश ने बताया कि चुनाव के दौरान गांव के कुछ लोग नहीं चाहते थे कि हमारी मां चुनाव लड़े। इस बात को लेकर गांव के कुछ लोग नाराज चल रहे थे। उस नाराजगी को कल रात उन्होंने जानलेवा हमला कर निकाल लिया।