नई दिल्ली: दिवाली के पावन पर्व पर इस बार देश के कई इलाकों में मौसम का मिजाज कुछ बदला हुआ नजर आ सकता है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की है कि अगले चार दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश हो सकती है, जिससे दिवाली के उत्सव पर थोड़ी रुकावट आ सकती है। विशेषकर, दक्षिणी भारत के कुछ तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है, जबकि उत्तर भारत के क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का अनुमान है।
दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में रहेगा शुष्क मौसम
दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और ओडिशा में दिवाली के दौरान मौसम सामान्य रहने का अनुमान है। इन क्षेत्रों में किसी प्रकार की भारी बारिश की संभावना नहीं है, जिससे लोग उत्सव के लिए स्वतंत्र रूप से तैयारियां कर सकेंगे। इन राज्यों में तापमान स्थिर रहेगा, और शाम के समय ठंडी हवा का अहसास होगा। उत्तर प्रदेश और बिहार में तापमान में मामूली गिरावट आने की संभावना है, जिससे सुबह और शाम में ठंडक का एहसास बढ़ सकता है।
दक्षिण भारत में चक्रवात दाना का असर, भारी वर्षा का अनुमान
तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, तटीय लक्षद्वीप और दक्षिणी कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में 31 अक्टूबर से 3 नवंबर तक बारिश का अनुमान है। चक्रवात दाना का प्रभाव इन क्षेत्रों में साफ दिखाई देगा, जिससे भारी वर्षा के साथ गरज और बिजली की गतिविधियाँ भी संभावित हैं। इसके चलते स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से तैयारी की है, ताकि जनजीवन प्रभावित न हो।
पश्चिमी और पूर्वी भारत में भी संभावित वर्षा
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ क्षेत्रों में भी गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी 30 और 31 अक्टूबर के दौरान हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। इन क्षेत्रों में आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट की संभावना है।
स्काईमेट वेदर का पूर्वानुमान: कई राज्यों में हल्की बारिश
स्काईमेट वेदर के अनुसार, अगले 24 घंटों में ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, दक्षिण कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके अतिरिक्त, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिणी कोंकण और गोवा, लक्षद्वीप, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में भी बारिश होने की संभावना जताई गई है। खासकर, गिलगित-बाल्टिस्तान के ऊपरी इलाकों में हल्की बर्फबारी का भी अनुमान है, जो सर्दियों के आगमन का संकेत देता है।
उत्तर भारत में ठंड बढ़ने की संभावना
उत्तर प्रदेश और बिहार में दिवाली के बाद तापमान में और गिरावट की संभावना जताई गई है। चक्रवात दाना के प्रभाव से ठंडक का एहसास बढ़ सकता है। इस स्थिति को देखते हुए लोगों को जल्द ही सर्दियों के कपड़े तैयार रखने की सलाह दी जा रही है। नवंबर की शुरुआत में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आ सकती है, जिससे ठंड का प्रभाव बढ़ सकता है।
इस मौसम पूर्वानुमान के मद्देनजर, लोगों को सलाह दी जाती है कि दिवाली के दौरान सतर्क रहें और मौसम की जानकारी नियमित रूप से प्राप्त करते रहें, खासकर उन क्षेत्रों में जहां वर्षा की संभावना अधिक है।