DESK: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में पुलिस ने साइबर क्राइम का बड़ा खुलासा करते हुए सात शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह जामतारा वेब सीरीज की तर्ज पर भोले-भाले और जरूरतमंद लोगों को अपना शिकार बनाता था। ठगों ने फर्जी बैंक खाते खोलकर ऑनलाइन ठगी का जाल फैलाया हुआ था। पुलिस ने इनके पास से 2 लैपटॉप, 18 मोबाइल फोन, 13 एटीएम कार्ड, 19 सिम कार्ड, बैंक पासबुक, चेकबुक और नकदी बरामद की है।
ठगी का तरीका
सहारनपुर पुलिस और साइबर क्राइम टीम ने अरुण तिवारी, वरदान सागर, कपिल चौधरी, शशांक गर्ग, आशीष, विवेक और गौरव नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह जरूरतमंद लोगों को अपनी जालसाजी में फंसाता था। ठग लोगों से उनके बैंक अकाउंट की जानकारी लेते थे और जिनके पास खाते नहीं होते थे, उनके नाम पर नए खाते खुलवाते थे। इन खातों के एटीएम कार्ड, मोबाइल नंबर और अन्य जानकारी ठग अपने पास रखते थे।
इसके बाद, यह गिरोह मोबाइल ऐप और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को पैसों का लालच देकर ठगी करता था। ठगी से मिले पैसों को आरोपियों के फर्जी खातों में ट्रांसफर किया जाता था। फिर वह रकम निकालकर खाताधारकों को मामूली हिस्सा देकर मामला रफा-दफा कर देते थे।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
ASP विवेक तिवारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी बेहद चालाक और योजनाबद्ध तरीके से साइबर अपराध को अंजाम देते थे। पुलिस उनकी अपराध कुंडली खंगाल रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि उन्होंने अब तक कितने लोगों को ठगा है। पुलिस ने यह भी कहा है कि आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी, ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क का खुलासा हो सके।
लोगों को सावधान रहने की अपील
इस घटना ने एक बार फिर साइबर सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति को अपनी बैंकिंग जानकारी न दें। किसी भी प्रकार का ऑनलाइन लेन-देन करते समय सतर्क रहें और अज्ञात लिंक या ऐप्स से बचें।