झारखंड: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पुलिस पदकों की घोषणा की है. झारखंड पुलिस के 8 पुलिसकर्मियों को वीरता पदक, वहीं 11 पुलिसकर्मियों को पुलिस सराहनीय सेवा पदक से नवाजा गया है. गढ़वा एसपी दीपक पांडेय को जहां रविंद्र गंझू के दस्ते के खिलाफ किये गए सफल अभियान का नेतृत्व को सराहते हुए वीरता पदक से नवाजा गया है तो वहीं, साहिबगंज में विषम परिस्थिति में आगलगी की घटना पर काबू पाने को लेकर पहली बार फायर सर्विस में झारखंड को गैलेंट्री मेडल से नवाजा गया है.
इस सूची में अहम नाम गढ़वा एसपी दीपक पांडेय का है जिन्होंने अपने नेतृत्व में रविंद्र गंझू के दस्ते के खिलाफ सफल अभियान चलाया था और इस अभियान में एक नक्सली मुठभेड़ में मारा गया था, जबकि एक को गिरफ्तार करने में सफलता मिली थी. बता दें कि दीपक पांडेय की टीम की भाकपा माओवादी के रविंद्र गंझू के दस्ते के साथ मुठभेड़ हुई थी जिसके एक सब जोनल कमांडर चंद्रभान पाहन की मुठभेड़ मे मौत हुई थी, जबकि दूसरा सबजोनल कमांडर गोविन्द ब्रिजिया को पकड़ा गया था. आइये आगे दीपक पांडेय के बारे में और जानते हैं.
दीपक कुमार पांडे-गढ़वा जिले के एसपी दीपक पांडेय को उनके बेहतर कार्य के लिए राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार के लिए गृह मंत्रालय ने नामित किया है. उन्हें यह पुरस्कार वर्ष 2022 मे भाकपा माओवादियों से हुई मुठभेड़ के बाद मिली सफलता के लिए मिला है. जब वे लोहरदगा मे एएसपी अभियान के तौर पर पदस्थापित थे तब 29 दिसंबर 2022 को उन्हें एक गुप्त सूचना मिली थी कि भाकपा माओवादियों का एक दस्ता लोहरदगा जिले के बुगड़ थाना क्षेत्र के कोरगो के जंगल में है. इसी सूचना के आधार पर एएसपी अभियान के नेतृत्व मे जिला पुलिस बल और सीआरपीफ के साथ भाकपा माओवादी के रविंद्र गंझू के दस्ते के साथ मुठभेड़ हुई थी. जिसके एक सब ज़ोनल कमांडर चंद्रभान पाहन की मुठभेड़ मे मौत हुई थी, जबकि दूसरा सबजोनल कमांडर गोविन्द ब्रिजिया को पकड़ा गया था. जिसे लेकर ही गैलेंट्री पदक से नवाजा जा रहा है.
प्यारे लाल तंबवार- प्यारे लाल तंबवार 20 फरवरी 1990 को फायर मैन के पद पर नियुक्त हुए और जमशेदपुर, डाल्टनगंज, सिंदरी डोरंडा,गुमला, जमशेदपुर और साहिबगंज में अपनी सेवा दी है. प्यारे लाल तंबवार जब साहिबगंज में पदस्थापित थे तभी 16 मई 2023 में एक घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हाजीपुर भीठा गांव में आगलगी की घटना हुई. शाम 4 बजकर 12 मिनट पर तंबवार वहां रवाना हुए वहां पहुंचकर देखा तो सड़क निर्माण में लगे उपकरण और कोलतार भंडार में आग लगी हुई थी, जिससे न सिर्फ आस पास के ग्रामीणों बल्कि एन एच 80 की सड़क से गुजरने वाले वाहनों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया था.
कोलतार भंडार में लगातार विस्फोट भी रहे थे, जिसमे प्यारेलाल तंबवार घायल भी हुए. वहीं, आग की तपिश भी इस ऑपरेशन को पूरा करने के लिए बड़ी चुनौती दे रही थी. बावजूद इसके तंबवार ने अपने साहस का परिचय देते हुए आग पर काबू पाया. इस सफलता के बाद अग्निशमन विभाग के द्वारा 5 हजार की राशि से पुरस्कृत किया गया था. वहीं वीरता पदक लिए झारखंड सरकार से अनुसंशा भी की गई थी जिसके बाद केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने इन्हें वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया है.
बता दें कि झारखंड में गढ़वा एसपी दीपक पांडेय सहित 7 को वीरता पदक मिला है. इनमें दीपक पांडेय, एसपी गढ़वा, विश्वजीत कुमार सिंह,सब इंस्पेक्टरउमेश सिंह, हवलदार सुभाष दास, कांस्टेबल रविन्द्र टोप्पो, कांस्टेबल गोपाल गंझू, कांस्टेबल उमेश सिंह के नाम शामिल हैं. वहीं, झारखंड के फायर सर्विस में पहली बार किसी फायर मैन को वीरता पदक से सम्मानित किया गया है. झारखंड अग्निशमन दस्ते के फायरमैन प्यारेलाल तम्बवार को गैलंट्री मेडल से नवाजा गया है.
पुलिस सराहनीय सेवा पदक
रणधीर कुमार सिंह कांस्टेबल विमल कुमार छेत्री ,कांस्टेबल सलमोनी मिंज ,हेड कांस्टेबलसंजय उरांव हेड कांस्टेबल हेमा रानी कुल्लू , कांस्टेबल रेखा कुमारी, कांस्टेबल संजीव कुमार गुप्ता, कांस्टेबल ऋतुराज, हेड कांस्टेबल राजेंद्र राम हेड, कांस्टेबल अरुण उरांव, हेड कांस्टेबल संजय कुमार, हेड कांस्टेबल को पुलिस सराहनी सेवा पदक से सम्मानित किये जाने की घोषणा की गई है.