डेस्क। फेसबुक और इंस्टाग्राम की पेरेंट कंपनी मेटा ने एक रिपोर्ट में कहा कि उसने भारत में अप्रैल महीने में अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 125 नीतियों में 33 मिलियन यानी लगभग 3 करोड़ से अधिक कंटेंट को हटा दिया।
कंपनी ने आईटी नियम, 2021 के अनुपालन के तहत अपनी मासिक रिपोर्ट में कहा कि उसने 1-30 अप्रैल के बीच फेसबुक के लिए 13 नीतियों में से 27.7 मिलियन कंटेंट और इंस्टाग्राम के लिए 12 नीतियों में 5.4 मिलियन से अधिक कंटेंट को हटा दिया है।
हर महीने देनी होती है रिपोर्ट
5 मिलियन से अधिक यूजर्स वाले इन बड़े डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को नए आईटी नियम 2021 के अनुसार हर महीने मासिक अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करनी होती है। कंपनी ने कहा कि उसे पूर्व-स्थापित चैनलों के माध्यम से शिकायतें मिलीं, जिसमें विशिष्ट उल्लंघनों के लिए पूर्व-स्थापित चैनल शामिल हैं। इसमें स्व-उपचार प्रवाह जहां वे अपना डेटा डाउनलोड कर सकते हैं, खाता हैक किए गए मुद्दों को दूर करने के लिए रास्ते आदि शामिल हैं।
कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि हम कंटेंट के हिस्सों (जैसे पोस्ट, फोटो, वीडियो या कॉमेंट) की संख्या को मापते हैं, हम अपने मानकों के खिलाफ जाने के लिए इन पर कार्रवाई करते हैं। कार्रवाई करने में फेसबुक या इंस्टाग्राम से कंटेंट का एक हिस्सा निकालना या फोटो या वीडियो को कवर करना शामिल हो सकता है।
फेसबुक के लिए मिली ये रिपोर्ट
मेटा के अनुसार, फेसबुक को भारतीय शिकायत तंत्र के माध्यम से 8,470 रिपोर्ट प्राप्त हुईं। कंपनी ने 2,225 मामलों में यूजर्स को उनकी समस्याओं को हल करने के लिए टूल दिए। मेटा ने कहा कि अन्य 6,245 रिपोर्टों में जहां विशेष समीक्षा की आवश्यकता थी, हमने अपनी नीतियों के अनुसार कंटेंट की समीक्षा की और कुल 1,244 रिपोर्टों पर कार्रवाई की। शेष 5,001 रिपोर्टों की समीक्षा की गई, लेकिन शायद कार्रवाई नहीं की गई।
Instagram के लिए मिली ये रिपोर्ट
इंस्टाग्राम पर कंपनी को 1-30 अप्रैल तक भारतीय शिकायत तंत्र के माध्यम से 9,676 रिपोर्ट प्राप्त हुईं। कंपनी ने कहा कि इनमें से हमने 3,591 मामलों में उपयोगकर्ताओं को उनके मुद्दों को हल करने के लिए टूल दिए। अन्य 6,085 रिपोर्टों में से जहां विशेष समीक्षा की आवश्यकता थी, मेटा ने कंटेंट की समीक्षा की और कुल 1,664 रिपोर्टों पर कार्रवाई की। कंपनी ने कहा कि इंस्टाग्राम पर बाकी 4,421 रिपोर्ट्स की समीक्षा की गई लेकिन हो सकता है कि उन पर कार्रवाई न हुई हो।