DESK: बिहार के मोतिहारी जिले में शराबबंदी के बावजूद एक दर्दनाक घटना घटी, जिससे पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। सुगौली प्रखंड के दक्षिणी मनसिघा पंचायत के वार्ड नंबर 5 में एक 4 वर्षीय बालक की शराब से भरे ड्रम में डूबने से मौत हो गई। यह घटना उस समय घटी जब स्थानीय लोग नदी के किनारे मां सरस्वती का विसर्जन कर रहे थे।
सूचना के मुताबिक, शराब बनाने वाले ड्रम को नदी के किनारे एक गड्ढे में छिपाकर रखा गया था और उसके ऊपर पुआल डालकर उसे ढक दिया गया था। पुआल के कारण लोगों को ड्रम के होने की जानकारी नहीं हो पाई। इस दौरान, बच्चा बिना किसी संकोच के ड्रम के पास पहुंच गया और अनजाने में ड्रम में गिरकर डूब गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटनास्थल पर पुलिस ने पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक बच्चे की पहचान सुजय कुमार के रूप में हुई है, जो गांव के निवासी होरील सहनी का पुत्र था। सुजय की मौत के बाद से परिजनों में शोक की लहर है और पूरे गांव में दुख का माहौल है।
इस घटना ने शराबबंदी के बावजूद शराब के अवैध कारोबार और प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है। पुलिस प्रशासन मामले की जांच कर रहा है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कर रहा है। इस तरह की घटनाओं से यह सवाल उठता है कि आखिर शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब के कारोबार पर नियंत्रण क्यों नहीं हो पा रहा है।