रोहतास:(कमलेश कुमार) शहर के प्रथम पत्रकार, पूर्व मंत्री सह द्विराष्ट्र के प्रबल विरोधी अब्दुल कयूम अंसारी की पुण्यतिथि समारोह मंगलवार को गांधी स्मारक में बिहार स्टेट मोमिन कॉन्फ्रेंस क्यू द्वारा मनाया गया। जहां उपस्थित लोगों ने क्यूम अंसारी के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। उपस्थित लोगों के संबोधन में वक्ताओं ने अब्दुल कयूम अंसारी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अब्दुल कयूम अंसारी ना केवल देश स्तर के नेता थे, साथ ही साथ एक अच्छे लेखक कवि और पत्रकार भी थे। वे एकमात्र ऐसे नेता थे, जो द्वि राष्ट्र के प्रबल विरोधी थे। अंसारी ने अपने जीवन काल में बचपन से ही राजनीति में सक्रियता निभाते हुए और अंत में जनता को दुख को न झेल पाने के कारण एक आपदा के समय उनका निधन हो गया।
अधिवक्ता जावेद अंसारी ने कहा कि सरकार अब्दुल कयूम अंसारी के सोफिया महल को अतिक्रमण मुक्त कराने व शहर के मुख्य चौराहे पर अब्दुल कयूम अंसारी की प्रतिमा लगाने की मांग की। कई वक्ताओं ने अब्दुल क्यूम अंसारी के साथ-साथ हरिवंश राय बच्चन की पुण्यतिथि का जिक्र करते हुए उनकी कविता की लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती का भी उल्लेख किया। पुण्यतिथि समारोह को अन्य लोगों के अलावा कांग्रेस के नगर अध्यक्ष अरविंद सिंह, मुमताज कुरैशी, असलम कुरेशी, सोनू खान, अब्दुल कलाम आजाद, मुबारक अंसारी, दीपक कुमार, शाहनवाज अंसारी, पप्पू सुल्तान मिर्जा, समेत अन्य लोगों ने संबोधित किया। वही अंसार कॉन्फ्रेंस भरा नगर भवन परिसर में अब्दुल करीम अंसारी की पुण्यतिथि मनाई गई। जिसमें प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ निर्मल कुमार, लल्लू चौधरी मुमताज कुरैशी समेत अन्य लोग शामिल थे।