मोतिहारी:( दिव्यांशु सिंह) 21 सितंबर को हरसिद्धि प्रखंड कार्यालय के मुख्य गेट पर गोलियों से भूनकर हुई थी आरटीआई बिपिन अग्रवाल की हत्या जिसमें शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम बनाई गई थी जिसके बाद तबातोड़ छापेमारी करते हुए पिछले 15 दिनों के अंदर सुगौली थाना क्षेत्र से अजय सिंह और विजय सिंह दोनों भाईयों की हथियार के साथ गिरफ्तारी हुई थी जिसमें थानाध्यक्ष सुगौली विवेक जयसवाल के साथ साथ तकनीकी शाखा की टीम थी टीम की नेतृत्व अरेराज एएसपी अभिनव कुमार धीमान कर रहे थे फिर दिनांक 5 जनवरी को सुगौली थानाध्यक्ष विवेक जयसवाल को गुप्त सूचना मिली कि बिपिन अग्रवाल हत्याकांड के शामिल मुख्य शूटर सचिन सिंह कमर में पिस्तौल लिए सुगौली थाना क्षेत्र में कुछ बच्चों के साथ मैदान में भालीबॉल खेल रहा है.
सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष ने तत्काल ईसकी जानकारी पुलिस कप्तान कुमार आशीष को दी उसके बाद फौरन ही सदर डीएसपी अरुण कुमार गुप्ता के नेतृत्व में टीम गठित कर कार्यवाई का निर्देश दिया। उसके बाद तुरंत पुलिस ने कार्यवाई करते हुए कुख्यात अपराधी सचिन को गिरफ्तार करने पहुँची पुलिस को देखते ही सचिन भागने लगा
जैसे जैसे अपराधी भाग रहा था वैसे ही पुलिस दौड़ लगाने लगी अपराधी खेत मे दौड़ने लगा तब पुलिस को भी खेत मे दौड़ लगाने लगी फिर थानाध्यक्ष सुगौली द्वारा अपराधी को पकड़ा गया साथ मे पूरी टीम थी, अपराधी सचिन के कमर में पिस्टल लगाए गिरफ्तार कर लिया गिरफ्तार अपराधी के पास से 1 पिस्टल, 6 गोली बरामद किया गया।
एसपी कुमार आशीष ने बताया की पूछताछ में सचिन ने बताया की 20 लाख में इसको हत्या की सुपारी मिली थी.
एसपी कुमार आशीष ने बताया की अभी ईस हत्याकांड ने शामिल बहुत से लोगों की गिरफ्तारी होनी है हमारी टीम ईस हत्याकांड में शामिल अपराधियों के साथ साथ ईस हत्याकांड को करवाने वालों की भी गिरफ्तारी होनी है। सचिन की गिरफ्तारी होने पर हरसिद्धि थाना के तीन कांडो और सुगौली थाना के तीन कांडो का सफल उद्भेदन हुआ।
गुनाहगार कोई भी हो पुलिस की नजरों से बच नही सकता है हमारी टीम ईस मामलें की पूरी तरह जाँच कर रही है इसमें शामिल कोई भी लोग बचेंगे नही.
छापेमारी में शामिल पुलिस अधिकारी:
एसपी अरेराज अभिनव धीमान,सदर डीएसपी अरुण कुमार गुप्ता, थानाध्यक्ष सुगौली विवेक जयसवाल, थानाध्यक्ष हरसिद्धि प्रमोद कुमार,तकनीकी शाखा प्रभारी मनीष कुमार,सिपाही मुन्ना,नित्यानंद, चिरंजीवी