पटना. तमाम प्रयासों के बावजूद पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में शराबखोरी के मामले थम नहीं रहे हैं. ताजा मामला राजधानी पटना का है जहां के पॉश इलाके पाटलिपुत्र कॉलोनी में होली मिलन समारोह के बहाने शराब पार्टी करना कई लोगों को महंगा पड़ गया. बुधवार को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर होली मिलन समारोह के बहाने की जा रही शराब पार्टी पर छापेमारी की. पुलिस ने मौके से ठेकेदार, शिक्षक और छात्र समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए लोगों में से दो लोग शराब के नशे में नहीं थे. लेकिन शराब पार्टी में मौजूद होने के कारण पटना पुलिस उन्हें भी गिरफ्तार कर ले गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक चर्च रोड इलाके में स्थित आनंद विहार अपार्टमेंट में ई-ब्लॉक के फ्लैट नंबर 101 में रियल स्टेट कारोबारी के घर में होली मिलन समारोह आयोजित किया गया था. पुलिस की मानें तो होली मिलन समारोह की आड़ में वहां मौजूद लोग शराब पार्टी कर रहे थे. किसी ने पुलिस को इसकी गोपनीय सूचना दे दी थी. पुलिस ने जब वहां पहुंच कर छापेमारी की तो फ्लैट के एक कमरे में विदेशी शराब की सात खाली बोतलें बरामद हुई. इसके बाद पुलिस ने फ्लैट के दो कमरों में मौजूद 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए आरोपियों के नाम- विवेकानंद, पार्थ सारथी (जहानाबाद), शुभम कुमार (बोरिंग रोड, पटना), मधुरेंद्र कुमार( पुनाईचक, पटना), ओम प्रकाश सिंह (भागलपुर), सुजीत कुमार (राजीव नगर, पटना), पंकज कुमार (नेहरू नगर, पटना) मनोज कुमार (भागलपुर), मुकेश कुमार (भागलपुर), अभिषेक कुमार (राजीव नगर, पटना) और मनोज कुमार (भागलपुर) है.
पुलिस के मुताबिक ओम प्रकाश सिंह और विवेकानंद आपस में पार्टनर हैं. जबकि मधुरेंद्र उनकी रियल स्टेट कंपनी का स्टाफ बताया जाता है. पुलिस ने सभी के खिलाफ मध निषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है. पटना पुलिस की गई इस कार्रवाई से खलबली मच गई है.