खगडिय़ा: यह अजब प्रेम की गजब कहानी है। जो एक शादीशुदा महिला को प्रेम में भुगतनी पड़ रही है। सात मार्च को सिंदूरदान के बाद उक्त महिला के पति (तीसरे पति) संजीव कुमार उसे लेकर पनसलवा गांव स्थित अपने घर पहुंचे। इसके बाद पत्नी को दरवाजे पर छोड़कर भाग खड़े हुए। महिला तीन माह की गर्भवती है। संजीव का मोबाइल स्विच आफ है।
इधर बुधवार की सुबह पनसलवा गांव के कुछेक ग्रामीण पंच उक्त महिला को लेकर उसके मायके डुमरी बाजार पहुंचे। लेकिन महिला के भाई व अन्य स्वजनों ने उसे वहां से भगा दिया। पीडि़ता पुन: पनसलवा गांव वापस लौट आई है। और आरोपित पति के बथान पर ठहरी हुई है। पीडि़ता ने कहा कि संजीव सिंदूरदान कर अपने घर पर लाया और भाग गया है। वह गर्भवती भी है। संजीव के स्वजन कल तक यह कह रहे थे कि महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे के डीएनए टेस्ट के बाद ही उसे रखेंगे। लेकिन बुधवार को यह कहने लगे कि, हम क्या करें, रखेगा तो संजीव ही न। वह तो यहां है ही नहीं।
पंचों ने बताया कि पहली पति ने पीडि़ता को छोड़ दिया। दूसरी शादी जब की, तो संजीव के चक्कर में उसने उसे छोड़ दिया। अब तीसरी शादी संजीव कुमार से रचाई, तो वह उसे छोड़कर फरार हो गया है। संजीव की मां ने बताया कि मेरा पुत्र शादी किया या नहीं वे नहीं जानती है। मेरा पुत्र संजीव घर वापस नहीं लौटा है, फिर भी इसकी देखभाल कर रही हूं। आखिर इसका परवरिश संजीव ही करेगा। हम कब तक करेंगे।
इधर डुमरी मुखिया डोली कुमारी ने बताया कि उक्त महिला की यह तीसरी शादी है। दुल्हा संजीव फरार है। पीडि़त महिला को उसके माता-पिता के यहां पहुंचाने के लिए कुछ ग्रामीण गए हुए थे। लेकिन उसके माता-पिता ने रखने से मना कर दिया।
वहीं बलैठा पंचायत के मुखिया (डुमरी गांव बलैठा पंचायत में ही है। जबकि पनसलवा गांव डुमरी पंचायत में है।) विरेंद्र सहनी उर्फ कारे सहनी ने बताया कि पीडि़ता के स्वजनों के मुताबिक जब लड़की शादी कर चुकी है, तो यहां किस परिस्थिति में रखा जाएगा। वह आई थी, जो वापस पनसलवा लौट गई है। इधर, बेलदौर थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि उन्हें इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है।