पटना. बिहार की नीतीश सरकार में कैबिनेट मंत्री और वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी फिलहाल मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे. मुकेश सहनी ने अपनी पार्टी VIP के तीन विधायकों के बीजेपी में विलय के बाद गुरुवार को पटना में प्रेस से बात की. मुकेश सहनी ने इस दौरान बीजेपी (BJP) पर संगीन आरोप लगाए लेकिन जब उनसे मंत्री पद के इस्तीफे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरा इस्तीफा CM नीतीश कुमार का विशेषाधिकार, इसलिए जैसा वो कहेंगे मैं वैसा ही करूंगा.
सहनी अपनी पार्टी के तीनों विधायकों के बीजेपी में जाने के बाद गुरुवार को प्रेस के सामने आए. इस दौरान उन्होंने बिहार बीजेपी के नेताओं पर आरोप लगाया और कहा कि मुझे शुरू से ही कमजोर करने और तोड़ने की साजिश की जा रही थी. मैंने जब भी आगे बढ़ने की कोशिश की है तो मैं लोगों की आंखों में खटका हूं. मुकेश सहनी ने कहा कि मैंने कोई गलती नहीं की है यूपी का चुनाव लड़ के. मैं आखिरी सांस तक अपने लोगों के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा लेकिन संजय जायसवाल ने बहुत झूठ बोला.
सहनी ने कहा कि बीजेपी से मेरी जो डीलिंग हुई वह मेरे और अमित शाह जी के बीच हुई थी. संजय जायसवाल तब कमरे के बाहर भी नही खड़े थे. सहनी ने कहा कि संजय जायसवाल और बीजेपी के दूसरे नेता जो बात बोल रहे हैं, अगर वही बात केंद्रीय गृह मंत्री बोल दें तो मैं सही मान लूंगा. जो पार्टी दूसरे की पार्टी के विधायकों को छीनकर सबसे बड़ी पार्टी बन जाये उस पार्टी को नैतिकता के आधार पर मेरे से इस्तीफा मांगने का अधिकार नहीं है.
मुकेश सहनी ने कहा कि मैं 18 साल की उम्र से संघर्ष कर रहा हूं. मैं मुम्बई में फुटपाथ पर रहा हूं, फुटपाथ पर सोया हूं. 2020 में जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार में शामिल हुए लेकिन लोगों को यह पच नहीं पाया. बिहार के मंत्री ने कहा कि मैं आरक्षण निषाद, कर्पूरी ठाकुर के सपने को पूरा करना चाह रहा, जातीय जनगणना करवाना चाह रहा तो क्या गलती है. मुकेश सहनी ने कहा कि मुझे पता था कि यह सब एक दिन होगा. लोग चाहते हैं कि मैं कहूं उठो तो उठे और बैठने को कहे तो बैठे लेकिन मैं ऐसा करने वालों में से नहीं हूं.
सहनी ने कहा कि बोचहा पर एनडीए में वीआईपी का अधिकार है. मुकेश सहनी ने कहा कि जब तक शरीर मे सांस रहेगी तब तक झुकूंगा नहीं कंधे से कंधा मिलाकर चलना केवल मंजूर. सहनी ने कहा कि चार बात आपकी मानूंगा तो आपको भी हमारी चार बातें माननी होगी.