पटना. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के खिलाफ समस्तीपुर (Samastipur) के रोसड़ा में एफआईआर (FIR) दर्ज हुई है. तेज प्रताप यादव पर 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में संपत्ति का ब्यौरा छिपाने का आरोप है. बिहार विधानसभा चुनाव में दायर अपने शपथ पत्र में संपत्ति का गलत जानकारी देने के आरोप में जेडीयू ने शिकायत दर्ज कराई थी. हसनपुर विधानसभा के निर्वाची पदाधिकारी ब्रजेश कुमार के आवेदन पर यह एफआईआर दर्ज हुई है. यह एफआईआर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 125 के अंतगर्त दर्ज की गई है.
हसनपुर के निर्वाची पदाधिकारी ने अपने आवेदन में कहा है कि बिहार विधानसभा 2020 के चुनाव के दौरान तेजप्रताप यादव ने राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल किया था. इस नामांकन पत्र में उनके द्वारा दी गई अचल संपत्ति के संबंध में सूचना छिपाई गई थी.
बता दें कि जेडीयू ने बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से तेज प्रताप यादव के खिलाफ शिकायत की थी. बिहार निर्वाचन आयोग ने यह शिकायत मुख्य निर्वाचन आयोग दिल्ली को भेजी. निर्वाचन आयोग ने इसकी जांच के लिए केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) को लिखा. सीबीडीटी ने इस मामले की जांच कर अपने तीन पत्रों के माध्यम से बताया कि बिहार विधानसभा निर्वाचन 2015 और 2020 के लिए तेज प्रताप यादव की ओर से दाखिल किए गए शपथ पत्रों के बीच चल और अचल संपत्तियों में 82 लाख 40 हजार 867 रुपए की वृद्धि हुई, जबकि वित्तीय वर्ष 2015-16 से 2016-20 तक आयकर को दिए हिसाब में तेज प्रताप यादव की कुल आय 22 लाख 76 हजार 220 रुपए बनती है.
Input- News 18