हिजाब विवाद पर बोले गिरिराज सिंह: अब समान नागरिक संहिता जरूरी, देश तोड़ने के हो रहे प्रयास

Top Bihar
2 Min Read

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

डेस्क: हिजाब विवाद पर एक तरफ सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल सुनवाई करने से इनकार कर दिया है तो वहीं कर्नाटक से लेकर दिल्ली और महाराष्ट्र तक में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पहनने की छूट देने की मांग को देश तोड़ने का प्रयास बताया है।  उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कुछ खास वर्ग के लोगों ने देश का कानून तय करना शुरू कर दिया है। केंद्रीय मंत्री ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर अपनी राय जाहिर की। उन्होंने कहा, ‘प्रान्त और धर्म के नाम पर देश को कोने-कोने से तोड़ने का प्रयास प्रतिदिन किया जा रहा है।’

इसके साथ ही उन्होंने समान नागरिक संहिता को वक्त की जरूरत बताया। उन्होंने लिखा, ‘हालात ऐसे बनाए जा रहे हैं कि समान नागरिक संहिता समय की मांग बन गई है। अब कुछ खास वर्ग के लोग ने देश का कानून तय करना शुरू कर दिया है।’ इससे पहले भी वह कई बार समान नागरिक संहित की मांग उठा चुके हैं। बता दें कि केंद्र सरकार चला रही भाजपा पहले भी कई बार देश में समान नागरिक संहिता की मांग कर चुकी है। गिरिराज सिंह के इस बयान से साफ है कि आने वाले दिनों में हिजाब का मुद्दा तूल पकड़ सकता है।
इस बीच कर्नाटक कांग्रेस के नेता सीएम इब्राहिम ने ‘इंडिया टु़डे’ से बातचीत में कहा कि यदि लड़कियां सिर ढक लेती हैं तो फिर परेशानी क्या है। आखिर सरकार यह क्यों चाहती है कि लड़कियां कपड़े कम पहनें। उन्होंने कहा कि आप राजस्थान के राजपूतों को देखें या फिर साउथ इंडिया में जाएं तो वहां देखेंगे कि महिलाएं सिर पर पल्लू डालती हैं।  उन्होंने कहा कि यह विवाद गलत है और भाजपा की ओर से शुरू किया गया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि देवी लक्ष्मी के सिर पर भी पल्लू नजर आता है। लेकिन भाजपा महिलाओं को अपने मुताबिक रखना चाहती है। उनकी आजादी पर हमला कर रही है।
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Share This Article
Leave a comment