हंगामे का यह मामला भारत-नेपाल सीमा पर स्थित बलथर थाने में हुआ है. डीजे बजाने वाले अनिरुद्ध कुमार की मौत के बाद भड़के ग्रामीणों ने थाने में आग लगाने के साथ ही, वहां खड़ी कई गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त कर दी हैं. लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिसकर्मी जान बचाने के लिए थाना छोड़कर भाग गए हैं. बताया जा रहा है कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग भी की थी.
हालात बिगड़ जाने के बाद मौके पर कई थाने की पुलिस पहुंच गई है और हालात नियंत्रित करने के प्रयास में जुटी थी. लेकिन भीड़ कुछ सुनने को तैयार नहीं थी. अनिरुद्ध कुमार के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस पिटाई से उसकी मौत हुई है और मामले को मोड़ने के लिए पुलिस ने खुद ही थाने में आग लगा दी है. वारदात की जानकारी मिलते ही वरीय पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं.
बताया जा रहा है कि बलथर थाने के आर्यनगर में पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंची थी, जहां से टीम ने रामबालक यादव के बेटे अनिरुद्ध को डीजे बजाने के आरोप में पकड़ लिया. लेकिन कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने बंदूक के बट से अनिरुद्ध के सर पर मार दिया, जिससे पुलिस गाड़ी में ही उसकी मौत हो गई. इस मौत की सूचना मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए और पहले पुलिस गाड़ी क्षतिग्रस्त कर दी. o
इसके बाद अनिरुद्ध कुमार के शव के साथ बेतिया मैनाटांड मुख्य पथ जाम कर दिया और हंगामा करने लगे. देखते ही देखते लोगों का आक्रोश भड़क गया और फिर इतना बड़ा बवाल हो गया. बहरहाल अभी भी मौके पर हालात तनावपूर्ण है और पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील है.