पटना. बिहार में जहरीली शराब से हो रही मौतों को लेकर नीतीश सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है. बुधवार को बिहार विधानसभा में भी इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ. सदन में बाहर से लेकर अंदर तक विपक्ष के विधायकों ने जमकर हंगामा किया. हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को भी स्थगित करना पड़ा.
होली के अवकाश के बाद बुधवार को फिर विधान मंडल के बजट सत्र की कार्यवाही की शुरुआत हुई. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने बिहार में शराब से हो रही मौतों को लेकर नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला. राजद और वाम दल के विधायकों ने पोस्टर और कार्ड लेकर सरकार के खिलाफ सदन के बाहर से लेकर अंदर तक जमकर नारेबाजी की. इस दौरान राजद विधायक डॉ मुकेश रोशन का अनोखा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. दरअसल मुकेश रौशन अपनी दोनों आंखों पर काली पट्टी बांधकर सदन पहुंचे.
इस दौरान विधायक ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. मुकेश ने कहा कि मैं सुशासन बाबू हूं. मुझे ना तो शराब दिख रही है और ना बिहार की बिगड़ी कानून व्यवस्था. मुकेश रौशन ने कहा कि राज्य में शराबबंदी कानून लागू है, इसके बावजूद लगातार शराब से मौतें हो रही है. इसकी जिम्मेदार केवल राज्य सरकार है. बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से इतने लोग मर गये लेकिन सरकार को नहीं दिखता है, आखिर इनका दोषी कौन है, लोगों की मौत कैसे हो रही है.
गौरतलब है कि होली में भी जहरीली शराब से बिहार के कई जिलों में काफी संख्या में लोगों की मौत हुई है. इसको लेकर राजद विधायकों ने विधानसभा के बाहर कहा कि सरकार की शराबबंदी पूरी तरफ फेल है. शराबबंदी के नाम पर नाजायज धन उगाही कर रहे हैं यही नीतीश कुमार की नीति है. इधर सदन की कार्यवाही के दौरान भी विपक्षी दलों के विधायकों ने जमकर बबाल काटा.
विपक्ष के विधायक वेल में आ गए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग करते नजर आये. विपक्षी दलों के विधायक के तरफ से वेल में लगातार किये जा रहे हंगामें के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिन के दो बजे तक के लिये स्थगित कर दी.