Bihar Mahagathbandhan: बिहार के सीमांचल के पूर्णिया में महागठबंधन की महारैली का आयोजन किया गया. रैली को बिहार के सीएम नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, आरजेडी प्रमुख लालू यादव, समेत महागठबंधन के सभी बड़े नेताओं ने संबोधित किया. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि 2024 में विपक्षी एकता की मोर्चाबंदी के लिए कांग्रेस पार्टी के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं.
अगर कांग्रेस समेत विपक्ष के सभी दल एक मंच पर आ जाते हैं तो भारतीय जनता पार्टी 100 सीट भी जीत नहीं पाएगी. इसके साथ ही नीतीश कुमार ने यह भी कहा- अगर विपक्ष एक साथ जल्दी नहीं आई तो इसका बड़ा नुकसान होगा.
‘अल्पसंख्यकों को एकजुट रहना होगा’
मुस्लिम बहुल सीमांचल के पूर्णिया में नीतीश कुमार ने कहा कि अल्पसंख्यकों को एकजुट रहना होगा. AIMIM के लोग अंदर से मिले हुए हैं. बीजेपी मुसलमानों को बांटने का काम कर रही है. इसलिए इधर-उधर नहीं करना है.
केंद्र सरकार पर भी हमलावर नीतीश
इसके साथ ही नीतीश कुमार ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा- पूर्णिया में एयरपोर्ट बनना था. लेकिन अबतक नहीं बना है. हम जमीन देने के लिए तैयार हैं. लेकिन केंद्र सरकार एयरपोर्ट बनाने का काम का काम नहीं शुरू कर रही है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कभी नरेंद्र मोदी दिल्ली से आकर भाषण देते हैं. कभी अमित शाह आकर भाषण देते हैं. लेकिन यह अपनी पार्टी के नेताओं को भी नहीं जानते हैं.
इसके साथ ही नीतीश कुमार ने बीजेपी के उन आरोपों का भी जवाब दिया जिसमें यह कहा जाता है कि नीतीश ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अलग-थलग कर दिया. नीतीश कुमार ने शरद यादव और जॉर्ज फर्नांडिस को साइडलाइन किए जाने के आरोप पर कहा- शरद यादव 2009 में चुनाव हार गए थे. इसके बाद भी पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा. जॉर्ज फर्नांडिस पार्टी में सक्रिय थे. इस दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई इसलिए सक्रियता कम हो गई.
बीजेपी ने तो लकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी सरीखे नेताओं को पार्टी से साइड कर दिया. इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार के पश्चिम चंपारण में रैली को संबोधित किया था. यहा शाह ने कहा कि लालू और नीतीश की दोस्ती तेल पानी जैसी है. दोनों का कभी मेल नहीं हो सकता है.