DESK: गुजरात के पास अरब सागर में एक और बड़ा हादसा सामने आया है। भारतीय नौसेना का एक हेलीकॉप्टर, जो बाढ़ राहत कार्यों में जुटा हुआ था, अचानक तकनीकी खराबी के कारण क्रैश हो गया। इस हादसे के चलते हेलीकॉप्टर को आपातकालीन स्थिति में पानी में लैंडिंग करानी पड़ी। हालांकि, हेलीकॉप्टर को पानी में उतारने से बड़ा नुकसान टल गया, लेकिन उसमें सवार चार में से तीन क्रू मेंबर्स लापता हैं।
हेलीकॉप्टर की आपातकालीन लैंडिंग: क्या हुआ?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना गुजरात के पोरबंदर तट से करीब 45 किलोमीटर दूर अरब सागर में घटित हुई। भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) का यह हेलीकॉप्टर बाढ़ राहत अभियान के दौरान उड़ान पर था। अचानक हेलीकॉप्टर में तकनीकी खामी आ गई, जिससे पायलट को पानी में आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। इस प्रक्रिया में हेलीकॉप्टर धड़ाम से पानी में गिरा, और चारों क्रू मेंबर्स पानी में डूब गए।
हेलीकॉप्टर के पायलट ने समय रहते इमरजेंसी मैसेज भेज दिया, जिससे नौसेना की रेस्क्यू टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गई। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक क्रू मेंबर को सुरक्षित बचा लिया, लेकिन बाकी तीन अधिकारी अभी तक लापता हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी: चार जहाज और दो एयरक्राफ्ट तैनात
लापता क्रू मेंबर्स की तलाश में नौसेना ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। खोजबीन अभियान के तहत नौसेना के चार जहाज और दो एयरक्राफ्ट अरब सागर के इलाके में तैनात किए गए हैं। लापता अधिकारियों में एक पायलट और दो अन्य अधिकारी शामिल हैं। उनकी खोज में दिन-रात अभियान चलाया जा रहा है।
नेवी के एक प्रवक्ता ने बताया कि लापता अधिकारियों को ढूंढने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। “हमें उम्मीद है कि हम जल्द से जल्द अपने साथियों को वापस लाने में कामयाब होंगे,” उन्होंने कहा। इस हादसे की जानकारी नेवी के आला अधिकारियों को दे दी गई है, जिन्होंने जांच के आदेश दिए हैं।
पिछले दिन भी हुआ था बड़ा हादसा
इस हादसे से पहले भी भारतीय वायुसेना को एक बड़े हादसे का सामना करना पड़ा था। राजस्थान के बाड़मेर में भारतीय वायुसेना का मिग-29 फाइटर जेट क्रैश हो गया था। हालाँकि, उस घटना में दोनों पायलट सुरक्षित बच गए, लेकिन विमान पूरी तरह जलकर खाक हो गया था। इन दोनों घटनाओं ने देश की रक्षा तैयारियों और सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
तकनीकी खराबी का कारण क्या था?
फिलहाल, हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी के कारण का पता नहीं चल पाया है। अधिकारियों का कहना है कि इस बात की विस्तृत जांच की जाएगी कि आखिरकार हेलीकॉप्टर में क्या खराबी आई थी, जिससे यह हादसा हुआ। हेलीकॉप्टर मोटर टैंकर हरि लीला पर उतरने वाला था, लेकिन तकनीकी खराबी के चलते उसे समुद्र में ही आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी।
नेवी के वरिष्ठ अधिकारियों ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं, और उम्मीद है कि जल्द ही इस बारे में विस्तृत जानकारी सामने आएगी।
भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के जवानों की तत्परता ने एक क्रू मेंबर की जान बचा ली, लेकिन अभी भी तीन अधिकारी लापता हैं। यह घटना एक बार फिर से यह दर्शाती है कि हमारे सुरक्षा बल किस प्रकार हर स्थिति के लिए तैयार रहते हैं और देश की सेवा में अपना सब कुछ न्योछावर करने के लिए तत्पर रहते हैं।
अरब सागर में हेलीकॉप्टर क्रैश की यह घटना एक बड़ी त्रासदी है। भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के जवानों की तत्परता के बावजूद तीन अधिकारी अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। इस हादसे ने देश के सुरक्षा बलों की तैयारी और उनके काम करने के तरीकों पर सवाल खड़े किए हैं, लेकिन साथ ही यह भी साबित किया है कि वे हर आपात स्थिति में तत्पर रहते हैं। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि जल्द से जल्द लापता अधिकारियों को सुरक्षित वापस लाया जाए और हादसे की असल वजह का पता चल सके।