Lok Sabha Election Date 2024: भारत निर्वाचन आयोग ने आज लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है. देश की 543 लोकसभा सीटों के लिए 7 चरणों में मतदान होंगे और 4 जून को चुनाव के परिणाम सामने आएंगे. पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होगा. पहले चरण के चुनाव में 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे.
चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव का पर्व, देश का गर्व है. उन्होंने कहा कि मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म हो रहा है. सभी राज्यों में समीक्षा करने के बाद हम एक यादगार और निष्पक्ष चुनाव सभी की भागीदारी के साथ सुनिश्चित कराएंगे. हमारे पास 97 करोड़ रजिस्टर वोटर हैं. 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन हैं. अब तक हम 17 लोकसभा चुनाव और 400 से ज्यादा राज्य चुनाव करा चुके हैं.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि पिछले एक साल साल के भीतर करीब 11 चुनाव कराए गए हैं. हर जगह शांतिपूर्वक चुनाव हुए. कोर्ट केसेस कम हुए. फेक न्यूज पर एक्शन लेने के तरीके में बढ़ोतरी हुई है. भारत के चुनाव पर पूरी दुनिया की नजर है. 1.82 करोड़ नए वोटर इस बार जुड़े हैं. 49.7 करोड़ पुरुष वोटर और 47.1 करोड़ महिला वोटर हैं. 82 लाख लोग ऐसे हैं जो 85 साल से ऊपर के हैं. 2 लाख 18 हजार लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 100 से अधिक है. 1.82 करोड़ फर्स्ट टाइम वोटर हैं.
महिला वोटरों की संख्या में बढ़ोतरी
चुनाव आयोग ने कहा, महिला वोटरों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. महिला वोटरों की संख्या पुरुष से ज्यादा है. ऐसे वोटर जिनकी उम्र 2024 में किसी भी वक्त 18 साल होने वाली है उनके भी आंकड़े हमारे पास हैं. हमें विश्वास है कि यूथ न सिर्फ वोट करेंगे बल्कि वोटरों की संख्या बढ़ाने में हमारी मदद भी करेंगे.
जहां तक बूथ की तैयारी की बात है तो हर जगह पीने का पानी होगा. पुरुष और महिला वोटर के लिए अलग-अलग टॉयलेट होंगे. इसके अलावा दिव्यांग वोटरों के लिए भी अलग से व्यवस्था की जाएगी. चुनाव आयोग देश के हर कोने में प्रजातंत्र को मजबूत बनाने के लिए पोलिंग स्टेशन लेकर जाएगा. 85 साल से अधिक के जितने भी वोटर हैं हम उनके घर तक जाएंगे और उनका वोट लेंगे. देश में यह व्यवस्था पहली बार अमल में लाएगी. इसके लिए उनको फॉर्म उपलब्ध कराए जाएंगे.
वोटर हेल्पलाइन के जरिए जानकारी ले सकते हैं मतदाता
राजीव कुमार ने आगे कहा, हम हर जगह पहुंचेंगे ताकि सभी लोग वोट दे सके. पोलिंग के बाद किसी भी बूथ पर वेस्ट मैटेरियल नहीं दिखाई दे इसकी व्यवस्था की जाएगी. कार्बन फुटप्रिंट का कम से कम इस्तेमाल करने का प्रयास किया जाएगा. वोटर हेल्पलाइन के जरिए कोई भी वोटर किसी भी प्रकार की जानकारी ले सकते हैं. जितने भी क्रिमिनल रिकॉर्ड वाले कैंडिडेट्स हैं, उनके बारे में तीन बार अखबारों में विज्ञापन के जरिए बताना होगा.