Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में बचाव अभियान पूरा हो गया है और अब मजदूरों को बाहर निकाला जा रहा है. मजदूरों के परिजनों को भी बुला लिया गया है, मेडिकल टीम और एंबुलेंस मौके मौजूद हैं. सुरंग से बाहर निकालने के बाद मजदूरों को सीधे अस्पताल ले जाया गया. पाइप के जरिए मजदूरों को सुरंग से बाहर लाया गया. इसके लिए स्ट्रेचर और गद्दे सुरंग के अंदर भेजे गए हैं. इसके साथ सभी तरह की मेडिकल सुविधाएं पहले से मौजूद हैं. एक हेलीकाप्टर भी घटनास्थल पर मौजूद है.
Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue: CM Pushkar Singh Dhami meets the workers who have been rescued from inside the Silkyara tunnel pic.twitter.com/f4JsRKsqmJ
— ANI (@ANI) November 28, 2023
12 नवंबर से सुरंग में फंसे मजदूर
आपको बता दें कि 12 नवंबर को दिवाली वाले दिन सुबह करीब पांच बजकर 30 मिनट पर उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सिलक्यारा टनल में भूस्खलन हो गया. जिस वक्त टनल में भूस्खलन हुआ उस समय वहां करीब 50 मजदूर काम कर रहे थे. इनमें से कुछ वक्त रहते बाहर निकल आए और 41 मजदूर सुरंग में ही फंस गए. बता दें कि इस सुरंग में मजदूर दो शिफ्ट में काम कर रहे थे. पहली शिफ्ट सुबह 8 बजे से रात आठ बजे तक काम करती थी, वहीं दूसरी शिफ्ट रात आठ से सुबह 8 तक सिलक्यारा टनल में काम करती थी. जो मजदूर सुरंग में फंस गए वह रात की शिफ्ट में काम कर रहे थे. कुछ घंटे बाद वह काम खत्म कर दिवाली मनाने के लिए जाने वाले थे, लेकिन ये अनहोनी हो गई और मजदूर टनल के अंदर फंस गए.
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17 दिन से ऐसे बची है मजदूरों की जान
सुरंग में फंसे मजदूर सुरक्षित हैं. उन्हें लगातार पाइप के जरिए खाना पहुंचाया जा रहा है. इसी वजह से मजदूर जीवित बचे हैं. शुरूआती कुछ दिनों तक मजदूरों को सिर्फ ड्राइफ्रूट्स और चना ही खाने के लिए भेजा गया था. लेकिन बाद में उनके लिए दलिया और कुछ लिक्विड फूड भी भेजा जाने लगा. इसके अलावा मजदूरों को खाने के लिए पका हुआ भोजन और फल भी सिलक्यारा सुरंग में भेजा जा रहा है. सुरंग के अंदर 2 किलोमीटर के खंड में श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कंक्रीट का भी किया गया. क्योंकि सुरंग का यह खंड बचाव अभियान का केंद्र बिंदु है.