भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाकात की है, जिसके बाद उनके राजनीति में शामिल होने की चर्चाएँ तेज हो गई हैं। यह मुलाकात सोमवार, 2 सितंबर को हुई, जिसकी जानकारी प्रशांत किशोर की टीम के सदस्यों ने दी। प्रशांत किशोर ने हाल ही में अपनी राजनीतिक पार्टी ‘जन सुराज’ की घोषणा की है और उन्होंने पार्टी में 40 महिलाओं को टिकट देने का ऐलान भी किया है। इस ऐलान के बाद से कई महिलाओं ने उनकी टीम में शामिल होने की इच्छा जताई है, और अब ज्योति सिंह का नाम भी इसमें जुड़ गया है।
प्रशांत किशोर की नई पार्टी ‘जन सुराज’ से जुड़ेंगी ज्योति सिंह?
ज्योति सिंह की प्रशांत किशोर से मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जन सुराज पार्टी की ओर से चुनाव लड़ सकती हैं। हाल ही में प्रशांत किशोर ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी 2 अक्टूबर 2025 को एक औपचारिक राजनीतिक दल के रूप में स्थापित होगी। उन्होंने यह भी कहा है कि वे आगामी चुनावों में महिलाओं को प्रमुखता देंगे और उन्हें टिकट देंगे, जो एक नई पहल के रूप में देखा जा रहा है।
पवन सिंह का राजनीति में अनुभव
पवन सिंह ने भी हाल ही में राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई थी। वे 2024 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में काराकाट लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे। हालांकि, उन्हें इस चुनाव में सफलता नहीं मिली और वे दूसरे स्थान पर रहे। इस सीट पर सीपीआई (एमएल) के राजा राम सिंह को जीत हासिल हुई थी। पवन सिंह को पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से आसनसोल सीट का टिकट मिला था, लेकिन विवादों के कारण उन्होंने वह टिकट लौटा दिया था। वे बीजेपी के टिकट पर आरा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, जो उन्हें नहीं मिल सका था।
‘जन सुराज’ और बिहार की राजनीति में नया मोड़
प्रशांत किशोर ने अपनी नई पार्टी ‘जन सुराज’ के जरिये बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ लाने का प्रयास किया है। उनका कहना है कि वे बिहार की जनता के लिए एक नया विकल्प प्रस्तुत करेंगे और मौजूदा राजनीतिक दलों की नीतियों पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अब तक की सभी राजनीतिक पार्टियों ने जनता को केवल ठगा है और अब समय आ गया है कि एक नई और वास्तविक विकल्प की आवश्यकता है।
प्रशांत किशोर ने बिहार के लोगों को विश्वास दिलाया है कि ‘जन सुराज’ केवल एक पार्टी नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जो लोगों के अधिकारों और उनके हितों की रक्षा के लिए बनाया गया है। वे मानते हैं कि बिहार की राजनीतिक स्थिति में सुधार लाने के लिए एक व्यापक और समावेशी दृष्टिकोण की आवश्यकता है, और वे इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।
बिहार की राजनीति में महिलाओं की भूमिका
प्रशांत किशोर ने 2025 के विधानसभा चुनावों के लिए 40 महिलाओं को टिकट देने का ऐलान कर महिलाओं की राजनीति में भागीदारी को बढ़ावा देने का प्रयास किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि महिलाओं का राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय होना लोकतंत्र को मजबूत करेगा। ज्योति सिंह की उनकी पार्टी में शामिल होने की संभावना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
आगे की रणनीति
यदि ज्योति सिंह जन सुराज की ओर से चुनाव लड़ती हैं, तो यह पवन सिंह के समर्थकों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण होगा। ज्योति सिंह की राजनीतिक पृष्ठभूमि की जानकारी सीमित है, लेकिन उनकी सक्रियता और प्रशांत किशोर से मुलाकात इस बात का संकेत देती है कि वे बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
प्रशांत किशोर की रणनीति और जन सुराज पार्टी का आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन यह तय करेगा कि बिहार की राजनीति में क्या बदलाव आ सकते हैं। महिलाओं को राजनीति में मौका देने की उनकी पहल, महिलाओं के अधिकारों और उनकी भागीदारी को बढ़ावा देने में कितना सफल होगी, यह भी आने वाले समय में स्पष्ट होगा।
इस मुलाकात के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि ज्योति सिंह बिहार की राजनीति में किस तरह का योगदान देती हैं और क्या वे बिहार की राजनीति में एक नया अध्याय लिखने में सफल होती हैं।
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