नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली ने सिडनी टेस्ट के तीसरे दिन एक बार फिर अपनी शानदार कप्तानी और तेज-तर्रार अंदाज से सबका ध्यान खींचा। जब ऑस्ट्रेलियाई फैंस ने भारतीय टीम पर तंज कसने की कोशिश की, तब विराट ने अपनी सूझ-बूझ और मजेदार प्रतिक्रिया से उनकी बोलती बंद कर दी। उन्होंने 2018 के सैंडपेपर विवाद का जिक्र करते हुए फैंस को करारा जवाब दिया, जिसने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी।
विराट का मजेदार जवाब
स्टीव स्मिथ के आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलियाई समर्थकों ने भारतीय खिलाड़ियों का मजाक उड़ाना शुरू कर दिया। लेकिन विराट ने अपने अंदाज में उनकी हूटिंग का जवाब दिया। उन्होंने अपनी जेबें दिखाते हुए इशारा किया कि उनमें सैंडपेपर नहीं है। यह इशारा सीधे तौर पर 2018 के कुख्यात केपटाउन टेस्ट की घटना की ओर था, जब स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर, और कैमरून बैनक्राफ्ट ने बॉल टैंपरिंग के लिए सैंडपेपर का इस्तेमाल किया था। इस घटना के बाद तीनों खिलाड़ियों को प्रतिबंध का सामना करना पड़ा था। विराट का यह जवाब क्रिकेट प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बन गया।
टीम को संभालने में विराट का योगदान
जसप्रीत बुमराह की चोट के कारण विराट कोहली को सिडनी टेस्ट में कप्तानी का दायित्व निभाना पड़ा। उन्होंने न केवल भारतीय टीम को रणनीतिक रूप से संभाला, बल्कि अपनी ऊर्जा और नेतृत्व क्षमता से खिलाड़ियों में जोश भर दिया। विराट के नेतृत्व में टीम ने मुश्किल परिस्थितियों में भी अनुशासन और आत्मविश्वास दिखाया। उनका जज्बा और प्रेरणा देने का तरीका टीम के प्रदर्शन में साफ झलक रहा था।
भारतीय क्रिकेट में विराट की अमिट छाप
विराट कोहली का नाम भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में शुमार है। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने कई ऐतिहासिक जीत दर्ज की हैं। हालांकि 2022 में उन्होंने कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन उनका लीडरशिप स्किल्स और मैदान पर उनकी मौजूदगी टीम के लिए आज भी बेहद अहम है। सिडनी टेस्ट के दौरान उनकी कप्तानी ने यह साबित कर दिया कि विराट न केवल एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं, बल्कि एक कुशल नेता भी हैं।
खेल भावना का प्रतीक विराट कोहली
भले ही विराट कोहली मैदान पर आक्रामक नजर आते हों, लेकिन खेल भावना को लेकर उनका दृष्टिकोण हमेशा सकारात्मक रहा है। 2019 वर्ल्ड कप के दौरान जब भारतीय समर्थकों ने स्टीव स्मिथ को “चीटर” कहा था, तब विराट ने खुद अपने फैंस से स्टीव स्मिथ के लिए सम्मान दिखाने की अपील की थी। यह दिखाता है कि विराट मैदान पर प्रतिस्पर्धी होने के बावजूद अपने विरोधियों का सम्मान करते हैं।
निष्कर्ष
सिडनी टेस्ट में विराट कोहली ने अपनी चतुराई और मजेदार अंदाज से न केवल ऑस्ट्रेलियाई फैंस को जवाब दिया, बल्कि यह भी दिखाया कि भारतीय क्रिकेट टीम उनके नेतृत्व में हमेशा एकजुट और मजबूत रहती है। उनका यह रवैया भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए गर्व का विषय है और यह भी दर्शाता है कि विराट न केवल एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं, बल्कि असली खेल भावना के प्रतीक भी हैं।