Apple ने तोड़ा यूजर्स का ‘भरोसा’! Siri से हो रही थी जासूसी, कंपनी पर लगा 814 करोड़ का जुर्माना

Apple Siri Settlement: एपल का हर कोई दीवाना है लेकिन आपको ये जानने के बाद झटका लग सकता है कि कंपनी ने आज से पांच साल पहले यूजर्स का भरोसा तोड़ दिया था. आप में से बहुत से लोग जानते होंगे लेकिन शायद अब भी बहुत से लोग ऐसे होंगे जो इस बात से अनजान हैं कि एपल पर Siri के जरिए जासूसी करने का आरोप लगा था. आरोप लगने के बाद अब कंपनी ने इस मामले में 95 मिलियन डॉलर (लगभग 814.85 करोड़ रुपये) का जुर्माना भरने पर सहमति जताई है.

ऑकलैंड के फेडरल कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी. 5 साल पुराने इस मामले में कंपनी पर आरोप था कि आईफोन, आईपैड और बाकी एपल डिवाइस में Siri यूजर्स की प्राइवेट बातों को सुन रहा है. दरअसल, ये पूरा मामला एपल यूजर्स की निजी बातचीत को सुनने से जुड़ा है जिसके लिए एपल के डिजिटल असिस्टेंट सिरी का इस्तेमाल हुआ. रिपोर्ट्स के मुताबिक, न केवल यूजर्स की बातचीत को रिकॉर्ड और स्टोर किया गया है बल्कि रिकॉर्डिंग को थर्ड पार्टी के साथ भी शेयर किया गया है.

Table of Contents

एपल का क्या है कहना?

बेशक एपल पर सालों से इस बात के आरोप लगते आ रहे हैं लेकिन कंपनी अपनी बात पर टिकी है कि हमने कभी कोई गलत काम नहीं किया है. एपल को 95 मिलियन डॉलर का जुर्माना देना है, इस फंड में से प्रभावित एपल यूजर्स को प्रति डिवाइस अधिकतम 20 डॉलर (लगभग 1715.29 रुपये) का भुगतान किया जाएगा. यही नहीं, एपल को यूजर्स को ये भी सुनिश्चित करना होगा कि निजी बातचीत का रिकॉर्डिंग डेटा रिमूव कर दिया गया है. इस मामले में फिलहाल कोर्ट की मुहर लगनी बाकी है.

प्राइवेसी पर उठ रहे सवाल

बेशक एपल और सिरी से जुड़ी ये घटना पांच साल पुरानी हो चुकी है लेकिन इस घटना के सामने आने से कंपनी जो एपल चलाने वाले यूजर्स को सिक्योर और प्राइवेसी की गारंटी देती है, अब उस गारंटी पर सवाल खड़े होने लगे हैं. कंपनी ने जुर्माना भरने की शर्त को मानकर यूजर्स का विश्वास फिर से जीतने की दिशा में एक कदम बढ़ाया है.

Share this content:

admin

Leave a Comment