मोतिहारी: बिहार और केंद्र सरकार ने चंपारणवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है। चंपारण को पटना से सीधे जोड़ने के लिए एक नई एनएच 139W फोरलेन सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जो पटना से बेतिया तक जाएगी। इस सड़क की कुल लंबाई 171 किलोमीटर होगी और इसका निर्माण कार्य 8660 करोड़ रुपए की लागत से होगा। यह परियोजना न केवल चंपारण क्षेत्र के लोगों के लिए बल्कि समग्र उत्तर बिहार और सीमांचल क्षेत्र के लिए भी एक महत्वपूर्ण विकास कदम साबित होने जा रही है।
इस नई सड़क के निर्माण से चंपारण जिले के लोगों को व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियों में बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा, वहीं उत्तर बिहार और उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी। चंपारण से पटना की दूरी अब महज 2 से 3 घंटे में तय की जा सकेगी, जो पहले 4 से 5 घंटे का समय लिया करती थी। इस फोरलेन सड़क के निर्माण से क्षेत्र के व्यापार और उद्योगों को भी एक नई दिशा मिलेगी, साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
इस परियोजना को 5 फेज में विभाजित किया गया है, और कुछ हिस्सों में निर्माण कार्य शुरू भी हो चुका है, जबकि अन्य हिस्सों के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। इसके साथ ही कोन्हुआ (दरीहारा) से एनएच-722 तक 18 किलोमीटर लंबी स्पर कनेक्टिविटी भी विकसित की जाएगी। इसके अलावा, ग्रामीण इलाकों के लिए लिंक रोड का भी निर्माण किया जाएगा, ताकि ग्रामीण स्तर पर भी व्यापारिक गतिविधियों में तेजी लाई जा सके।
एनएच 139W के इस फोरलेन मार्ग के निर्माण से पटना, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिलों के बीच सीधी कनेक्टिविटी स्थापित होगी। इससे उत्तर बिहार, सीमांचल और उत्तर प्रदेश से पटना आने-जाने वाले यात्रियों को खासा लाभ होगा। चंपारण क्षेत्र में औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों में बढ़ोतरी के साथ-साथ, जेपी सेतु पर ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा।