8th Pay Commission: केंद्र की मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के उस इंतजार को विराम दे दिया है जिसका उन्हें बेसब्री से इंतजार था. दरअसल केंद्रीय मंत्रीमंडल की बैठक में 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी मिल गई है. इस मंजूरी के साथ ही केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के घर में जश्न का माहौल बन गया है. दरअसल 2016 के में लागू हुए 7वे वेतन आयोग के बाद से ही कर्मचारियों को इंतजार था कि कब 8वां वेतन ओयग के गठन की प्रक्रिया शुरू होगी. बता दें कि जिस तरह 8वें वेतन लागू होने से कर्मचारियों की सैलरी में इजाफा होगा वैसे ही पेंशनभोगियों को भी पेंशन में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. आइए जानते हैं कि पेंशनर्स को क्या फायदा होगा.
8वें वेतन आयोग से पेंशनर्स को कितना फायदा
8वां वेतन आयोग वर्ष 2026 में लागू हो सकता है. हालांकि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें ही 2026 तक लागू रहेंगी. इसके बाद 8वें वेतन आयोग को लागू किया जाएगा. सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें जनवरी 2026 तक लागू रहेंगी. लेकिन 8वां वेतन आयोग लागू होते ही केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में इजाफा हो जाएगा. उनका न्यूतम वेतन भी बढ़ेगा. इसी तरह पेंशनर्स को भी इससे बड़ा फायदा होने की उम्मीद है.
पेंशनर्स की पेंशन में होगा इतना इजाफा
8वें वेतन आयोग के लागू होने से पेंशनर्स को लेकर कितना लाभ होगा इसे जानने से पहले ये समझ लें कि आखिर कर्मचारियों की सैलरी कितनी बढ़ेगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लेवल-1 के एक कर्मचारी का न्यूनतम वेतन यानी बेसिक सैलरी 18 हजार रुपए से बढ़कर 34560 रुपए हो सकता है. दरअसल न्यूतम वेतन का पूरा गणित फिटमेंट फैक्टर से होता है.
मौजूदा समय में फिटमेंट फैक्टर 2.57 है जिसके बढ़कर 2.8 तक जाने की उम्मीद है. ऐसे में कर्मचारियों के न्यूतम वेतन के मुताबिक 34560 का 50 फीसदी पेंशन का अमाउंट बनता है. यानी पेंशनर्स को न्यूनतम 17280 रुपए और डीआर यानी डीयरनेस रीलेक्सेशन राशि पेंशन के तौर पर मिलेगी.
पेंशन में हो सकता है बदलाव
दरअसल न्यूनतम वेतन के आधार पर न्यूनतम पेंशन तय होती है. लेकिन प्रमोशन और अन्य नियमों के मुताबिक इसमें बदलाव हो सकता है. ऐसे में ये कहा जा सकता है कि न्यूनतम पेंशन भी 17280 रुपए से कहीं ज्यादा हो सकती है. हालांकि अलग-अलग एक्सपर्ट्स ने इसको लेकर अलग-अलग उम्मीद जताई है. कुछ का मानना है कि फिटमेंट फैक्टर 2.8 हो सकता है तो कुछ इसे 2.7 तक ही मान रहे हैं. जानकारों की मानें तो फिटमेंट अगर 2.86 तय होता है तो कर्मचारियों की सैलरी में सीधे 186 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है.