DESK: राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु अपनी आस्था और भक्ति के साथ पहुंचते हैं। इनमें से कुछ लोग तो अपनी मन्नत पूरी होने के बाद बाबा श्याम के दरबार में दर्शन करने आते हैं, जबकि कुछ श्रद्धालु बाबा से मन्नत मांगने के लिए यहां पहुंचते हैं। हाल ही में खाटू श्याम के दरबार में एक भक्त की अनोखी भक्ति ने सबका ध्यान आकर्षित किया है। यह भक्त कोई और नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश के रहने वाले सोनू सांवरिया हैं, जो 1600 कीलों पर दंडवत करते हुए खाटू श्याम के दर्शन करने जा रहे हैं।
सोनू सांवरिया की इस अनोखी भक्ति को देखकर लोग हैरान हैं। वह रींगस से खाटू तक अपनी यात्रा ‘कनक दंडवत’ के रूप में कर रहे हैं। इस यात्रा में सोनू समतल जमीन पर नहीं, बल्कि 1600 नुकीली लोहे की कीलों पर लेटकर अपनी दूरी तय कर रहे हैं। उनका यह तरीका लोगों के लिए एक विशेष आकर्षण का कारण बन गया है। सोनू सांवरिया की यात्रा का मुख्य उद्देश्य बाबा श्याम के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति को प्रदर्शित करना है, और वह इसे अपनी कठिन मेहनत से सिद्ध कर रहे हैं।
सोनू की यह यात्रा कोई पहली बार नहीं हो रही है। पिछले साल भी उन्होंने इसी तरह की कनक दंडवत यात्रा की थी, जो श्रद्धालुओं के बीच काफी चर्चित हुई थी। सोनू की भक्ति का यह अनोखा तरीका बाबा श्याम के प्रति उनके अटूट विश्वास और प्रेम को दर्शाता है। उनका मानना है कि बाबा श्याम के दरबार में पहुंचने के बाद ही उनकी सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
खाटू श्याम मंदिर, जो राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है, दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसे 1027 ईस्वी में रूपसिंह चौहान और नर्मदा कंवर द्वारा बनवाया गया था। कहा जाता है कि राजा के सपने में बर्बरीक का शीश वहां स्थापित करने का आदेश आया था, जिसके बाद इस मंदिर का निर्माण किया गया। आज यह मंदिर लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बन चुका है।
सोनू सांवरिया के द्वारा 1600 कीलों पर दंडवत करने की यात्रा न केवल उनकी भक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह दूसरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। उनके इस अद्वितीय भक्ति प्रदर्शन को देखकर हर कोई उनकी श्रद्धा और समर्पण को सलाम कर रहा है।