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शोपियां में मारा गया कश्मीरी पंडित का कातिल आतंकी, सेना ने ऐसे उतारा मौत के घाट

Jammu and Kashmir: दक्षिण कश्मीर का जिला शोपियां में शुक्रवार सुबह यानी 5 जनवरी को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई. कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि स्थानीय पुलिस के साथ सेना और सीआरपीएफ ने मोर्चा संभाला. बताया जा रहा है, कि गोलीबारी के दौरान एक आतंकवादी को मार गिराया गया है. मारा गया आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था.

अंधाधुंध गोलीबारी

पुलिस ने बताया कि शोपियां के गांव छोटीगाम इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के संबंध में विशेष सूचना मिली है. इस पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस, सेना (34आरआर) और सीआरपीएफ (178बीएन) की टीम ने सुबह संयुक्त घेराबंदी कर तलाशी का अभियान चलाया. तलाशी अभियान के दौरान जैसे ही संयुक्त दल संदिग्ध स्थान की ओर पहुंचा, छिपे हुए आतंकवादी ने संयुक्त खोज दल पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी.  इसमें एक आतंकवादी मारा गया और उसका शव मुठभेड़ स्थल से बरामद कर लिया गया है.

आतंकी की पहचान

मारे गए आतंकी की पहचान बिलाल अहमद भट पुत्र गुलाम रसूल भट निवासी चेक चोलन के रूप में हुई है. आतंकी बिलाल प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था. वह कई आतंकी वारदातों में शामिल था. आतंकी बिलाल कुलगाम के रहने वाले कश्मीरी पंडित सुनील कुमार भट और सेना के जवान उमर फैयाज की हत्या में भी शामिल था. साथ ही हरमैन क्षेत्र में गैर-स्थानीय श्रमिकों पर ग्रेनेड फेंका था. इसमें दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी. उसने एक वारदात के दौरान कश्मीरी पंडित प्रीतिंबर नाथ और बाल कृष्ण पर भी आतंकी हमला किया था.

वह स्थानीय युवाओं को आतंकवादी रैंकों में शामिल होने के लिए उकसाने में भी संलिप्त था और 12 स्थानीय युवाओं को आतंकवादियों के रैंक में शामिल किया था. इसके अलावा वह गिरफ्तार आतंकवादी की हत्या में भी शामिल था, जो वर्ष 2022 में नौगाम में खोज दल का नेतृत्व कर रहा था.

मुठभेड़ स्थल से हथियार

मुठभेड़ स्थल से एक एके सीरीज राइफल, तीन मैगजी न सहित आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया. सभी बरामद सामग्रियों को आगे की जांच और अन्य आतंकी अपराधों में उनकी संलिप्तता की जांच के लिए केस रिकॉर्ड में ले लिया गया है. इस संबंध में पुलिस ने कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है.

तलाशी अभियान

एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि बुधवार देर रात कुछ देर तक फायरिंग हुई. इसके बाद आतंकियों की किसी तरह की हरकत नहीं दिखी. अंधेरा होने के कारण ऑपरेशन बंद कर दिया गया. सुबह की पहली किरण के साथ फिर से पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया गया. तलाशी के दौरान मुठभेड़ स्थल पर कोई आतंकी नहीं था. साथ ही बताया कि शुरुआती गोलीबारी के दौरान आतंकवादी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले होंगे. बुधवार को हदीगाम में आतंकियों के छिपे होने के विशेष इनपुट पर पुलिस और सेना की संयुक्त टीम ने पूरे गांव की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया. जब सुरक्षा बल आतंकी ठिकाने की ओर बढ़े तो एक घर में छिपे दहशतगर्दों ने फायरिंग शुरू कर दी.

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