लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने लॉन्च किए 27 ऐप्स और पोर्टल, फोन से ही मतदाता कर पाएंगे शिकायत
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DESK: भारतीय चुनाव आयोग ने 16 मार्च शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव आयोग के इस ऐलान के बाद से पूरे देश में चुनावी माहौल का आगाज हो गया है। तारीखों का ऐलान करते हुए चुनाव आयोग की तरफ से कहा गया कि वह देश में निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। आगामी चुनाव के लिए चुनाव आयोग टेक्नोलॉजी का भी सहारा ले रहा है। चुनाव से पहले आयोग ने 27 ऐप्स और पोर्टल लॉन्च किए हैं।
चुनावी तारीखों का ऐलान करते हुए चुनाव आयोग ने बताया कि इस बार टेक्नोलॉजी की भी मदद ली जा रही है। आयोग के मुताबिक लोगों के लिए चुनाव की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए 27 ऐप्स और पोर्टल्स को पेश किया जा रहा है। चुनाव आयोग ने एक वोटर्स हेल्पलाइन यानी VHA ऐप लॉन्च किया। इसकी मदद से मदतान केंद्र की डिटेल्स को ऐक्सेस किया जा सकता है और साथ ही ऑनलाइन फॉर्म के लिए भी आवेदन किया जा सकेगा।
VHA ऐप वोटर्स को अपने बूथ लेवल ऑफिस यानी बीएलओ और चुनावी पंजीकरण अधिकारियों यानी ERO से जोड़ने का भी काम करेगा। इसके साथ ही यही ऐप से वोटर्स अपना इलेक्ट्रोल फोटो पहचान पत्र डाउनलोड कर सकेंगे।
cVigil ऐप का क्या नाम
भारतीय चुनाव आयोग ने चुनाव से पहले cVigil नाम का भी एक ऐप्लिकेशन लॉन्च किया है। यह ऐप बेहद काम का साबित होने वाला है। निष्पक्ष चुनाव कराने में इस ऐप की बहुत अधिक भूमिका होगी। अगर चुनावी महीने में कहीं भी आचार संहिता का उल्लंघन होता है या फिर फंड का उल्लंघन होता है तो इस ऐप की मदद से तुरंत शिकायत की जा सकेगी। यह ऐप की सबसे बड़ी खास बात यह है कि उल्लंघन की रिपोर्ट के बाद 100 मिनट के अंदर यूजर्स को रिस्पॉन्स मिलेगा। यह ऐप शिकायत करने वाले किसी भी व्यक्ति के नाम को पूरी तरह से गोपनीय रखेगा।
इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया की तरफ से वोटर्स की सुविधा को ध्यान में रखते हुए KYC पोर्टल भी लॉन्च किया गया है। इस पोर्टल की मदद से वोटर्स अपने शहर के उम्मीदवारों का हलफनामा और अगर उसका कोई आपराधिक बैकग्राउंड है तो उसे चेक कर सकेंगे। इतना ही नहीं चुनाव आयोग ने चुनाव में भाग लेने वाले उम्मीदवारों की सुविधा के लिए भी एक ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप की मदद से उम्मीदवार अपनी चुनावी रैली, मीटिंग आदि के लिए फोन से ही अनुमति ले सकते हैं।