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पटना. राजधानी पटना के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र से मुजफ्फरपुर के लिए निकले नालंदा मेडिकल कॉलेज के फार्मोकोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष और परीक्षा नियंत्रक डॉ संजय कुमार का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है. घटना के 14 दिन बीत जाने के बाद भी लापता डॉक्टर संजय कुमार कहां हैं, कोई इस बात का पता नहीं लगा सका है. पटना पुलिस ने लापता डॉक्टर संजय कुमार का पता बताने वाले को दो लाख का इनाम दिए जाने की भी घोषणा की है.
पुलिस पारंपरिक और वैज्ञानिक तरीके से पूरे मामले की गघन छानबीन कर रही है, पर पुलिस को अब तक सफलता हाथ नहीं लग सकी है. पुलिस इस मामले में अब तक सैकड़ों कैमरों के फुटेज को खंगाल चुकी है, जिसमें सिर्फ एक कैमरे में बीते 1 मार्च की शाम महात्मा गांधी सेतु के पाया संख्या 46 पर डॉक्टर संजय अपनी गाड़ी खड़ी कर पैदल हाजीपुर की तरफ जाते दिखे थे. हालांकि थोड़ी दूर आगे बढ़ने के बाद वो कैमरे के रेंज से बाहर हो गए थे. वीडियो काफी धुंधला होने के कारण इस वीडियो फुटेज को और साफ़ करने को लेकर वीडियो को सीएफएसएल नई दिल्ली भेजा गया है.
हालांकि अब तक के अनुसंधान में डॉक्टर के साथ किसी भी प्रकार की कोई आपराधिक घटना या अनहोनी से संबंधित कोई भी साक्ष्य अब तक पुलिस को हाथ नहीं लगे हैं. पुलिस डॉक्टर संजय के बरामद तीन मोबाइल फोन का सीडीआर निकाल कर उनके मोबाइल में दर्ज सैकड़ों लोगों से अब तक पूछताछ कर चुकी है, पर पुलिस को डॉक्टर संजय कुमार के रहस्मय ढंग से लापता होने के संबंध में अब तक कोई भी ठोस जानकारी नहीं मिल सकी है. डॉ संजय कुमार के गांधी सेतु से छलांग लगाकर खुदकुशी किए जाने की आशंका को लेकर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लगातार गंगा में सर्च ऑपरेशन चला रही है, हालांकि अब तक डॉक्टर संजय कुमार का कुछ भी पता नहीं चल सका है.
पटना पुलिस ने इस मामले में पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड से भी पत्राचार कर उनसे मदद मांगी है. गौरतलब है कि बीते 1 मार्च की देर शाम डॉ संजय कुमार मुजफ्फरपुर स्थित किसी कॉलेज का निरीक्षण करने की बात कह कर पत्रकार नगर थाना क्षेत्र स्थित अपने घर से निकले थे और उसके बाद वह वापस अपने घर नहीं लौटे. डॉक्टर के परिजनों द्वारा पूरे मामले से पुलिस को अवगत कराए जाने के बाद पुलिस अनुसंधान के क्रम में घटना के अगले दिन 2 मार्च को पुलिस ने महात्मा गांधी सेतु से लावारिस हालत में डॉक्टर की सफेद रंग की हुंडई वरना कार और कार में रखा उनका दो मोबाइल और चश्मा भी बरामद किया था.
घटना के बाद से डॉक्टर के परिजनों को किसी भी प्रकार का कोई भी धमकी भरा कॉल अब तक नहीं आया है, ऐसे में डॉक्टर के अपहरण किए जाने की आशंका को पुलिस ने सीधे तौर पर इंकार किया है. डॉक्टर संजय कुमार के रहस्यमय ढंग से लापता होने की गुत्थी सुलझाने को लेकर पटना पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, बावजूद इसके अब तक डॉक्टर संजय का कोई भी सुराग नहीं मिल सका है.