मुजफ्फरपुर

BIHAR: ट्रेनिंग कैंप में बंधक बनाकर डेढ़ महीने तक किया रेप, नंगा करके पीटा… रूला देगी पीड़िता की कहानी

DESK: बिहार के मुजफ्फरपुर में एक ऐसे फर्जी ट्रेनिंग कैंप का खुलासा हुआ है, जिसमें युवक युवतियों को नौकरी दिलाने के बहाने बुलाकर बंधक बना लिया जाता था. इस दौरान लड़कियों के साथ रेप किया जाता था. करीब डेढ़ माह बांद आरोपियों के चंगुल से भाग निकली एक युवती ने पुलिस में शिकायत दी है. इस शिकायत के बाद वारदात का खुलासा तो कर दिया है, लेकिन दबिश की सूचना पहले ही मिल जाने की वजह से आरोपी मौके से भागने में सफल हो गया.

पुलिस के मुताबिक झारखंड के पाकुड़ जिले की रहने वाली एक युवती ने पुलिस में शिकायत दी थी. उसने बताया कि आरोपियों ने नेटवर्किंग व्यवसाय व कॉल सेंटर में नौकरी दिलाने के लिए उससे संपर्क किया था. बताया था कि 20 हजार रुपये लेकर वह नौकरी दिलाएंगे. आरोपियों के झांसे में आकर ट्रेनिंग के लिए वह बिहार के गया स्थिति आरोपियों के ठिकाने पर पहुंच गई. यहां पहुंचने पर आरोपियों ने उसे बताया कि दो अन्य लोगों को जोड़ने पर उसके 20 हजार रुपये माफ हो जाएंगे.

वहीं अतिरिक्त उम्मीदवार लाने पर अच्छा कमीशन मिलेगा. इसके बाद युवती ने अपनी चचेरी बहन, भाई समेत 35 लोगों को जोड़ दिया. बावजूद इसके आरोपियों ने ना तो पैसे दिए और ना ही कंपनी में नौकरी दिलाई. ऐसे में पीड़िता ने ट्रेनिंग कैंप में विरोध शुरू कर दिया. इसके बाद आरोपियों ने सितंबर महीने में उसे गया से निकाल कर मुजफ्फरपुर कैंप भेज दिया. पीड़िता का आरोप है कि यहां डेढ़ महीने तक उसे बंधक बनाकर रखा गया. इस दौरान आरोपियों ने उसके कपड़े उतरवा लिए और बार बार उसके साथ रेप किया. वहीं विरोध करने पर आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की.

तीन दिन पहले मौका पाकर भाग निकली इस युवती ने बताया कि इस तरह की वारदात अकेले उसके साथ ही नहीं, बल्कि ट्रेनिंग कैंप में मौजूद सौ से अधिक युवतियों के साथ अंजाम दिया गया है. मुजफ्फरपुर के एएसपी नगर अवधेश दीक्षित नले बताया कि ट्रेनिंग कैंप में दबिश देकर तीन अन्य लड़कियों समेत 16 लोगों को हिरासत में लिया गया है. हालांकि मुख्य आरोपी भागने में सफल हो गया है. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है.बिहार के मुजफ्फरपुर में एक ऐसे फर्जी ट्रेनिंग कैंप का खुलासा हुआ है, जिसमें युवक युवतियों को नौकरी दिलाने के बहाने बुलाकर बंधक बना लिया जाता था. इस दौरान लड़कियों के साथ रेप किया जाता था. करीब डेढ़ माह बांद आरोपियों के चंगुल से भाग निकली एक युवती ने पुलिस में शिकायत दी है. इस शिकायत के बाद वारदात का खुलासा तो कर दिया है, लेकिन दबिश की सूचना पहले ही मिल जाने की वजह से आरोपी मौके से भागने में सफल हो गया.

पुलिस के मुताबिक झारखंड के पाकुड़ जिले की रहने वाली एक युवती ने पुलिस में शिकायत दी थी. उसने बताया कि आरोपियों ने नेटवर्किंग व्यवसाय व कॉल सेंटर में नौकरी दिलाने के लिए उससे संपर्क किया था. बताया था कि 20 हजार रुपये लेकर वह नौकरी दिलाएंगे. आरोपियों के झांसे में आकर ट्रेनिंग के लिए वह बिहार के गया स्थिति आरोपियों के ठिकाने पर पहुंच गई. यहां पहुंचने पर आरोपियों ने उसे बताया कि दो अन्य लोगों को जोड़ने पर उसके 20 हजार रुपये माफ हो जाएंगे.

वहीं अतिरिक्त उम्मीदवार लाने पर अच्छा कमीशन मिलेगा. इसके बाद युवती ने अपनी चचेरी बहन, भाई समेत 35 लोगों को जोड़ दिया. बावजूद इसके आरोपियों ने ना तो पैसे दिए और ना ही कंपनी में नौकरी दिलाई. ऐसे में पीड़िता ने ट्रेनिंग कैंप में विरोध शुरू कर दिया. इसके बाद आरोपियों ने सितंबर महीने में उसे गया से निकाल कर मुजफ्फरपुर कैंप भेज दिया. पीड़िता का आरोप है कि यहां डेढ़ महीने तक उसे बंधक बनाकर रखा गया. इस दौरान आरोपियों ने उसके कपड़े उतरवा लिए और बार बार उसके साथ रेप किया. वहीं विरोध करने पर आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की.

तीन दिन पहले मौका पाकर भाग निकली इस युवती ने बताया कि इस तरह की वारदात अकेले उसके साथ ही नहीं, बल्कि ट्रेनिंग कैंप में मौजूद सौ से अधिक युवतियों के साथ अंजाम दिया गया है. मुजफ्फरपुर के एएसपी नगर अवधेश दीक्षित नले बताया कि ट्रेनिंग कैंप में दबिश देकर तीन अन्य लड़कियों समेत 16 लोगों को हिरासत में लिया गया है. हालांकि मुख्य आरोपी भागने में सफल हो गया है. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है.

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