रोहतास: रोहतास के अतिमि गांव के पास नासरीगंज-दाउदनगर सोन पुल के दो पिलरों के बीच फंसे 12 साल के बच्चे को बचाया नहीं जा सका। एनडीआरएफ की टीम ने 30 घंटे तक अभियान चलाकर बच्चे को रेस्क्यू किया था। रेस्क्यू के बाद बच्चे को वहां से 40 किमी दूर स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
लगभग 30 घंटे के बाद बालक को जब निकाला गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया. सदर अस्पताल के चिकित्सक ने मौत की पुष्टि की है. लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस से बच्चे को रेस्क्यू स्थल से सदर अस्पताल भेजा गया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्चे ने दम तोड़ दिया.
सदर अस्पताल में मौजूद चिकित्सक डॉ. बृजेश ने बताया कि बच्चे की मौत हो चुकी है. इसके साथ ही 30 घंटे से अधिक समय तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी बालक को नहीं बचाया जा सका, जिसका सबको अफसोस है. आपको बता दें कि रंजन को बचाने के लिए पिछले 30 घंटे से वहां पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा था, जिसमें एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा स्थानीय प्रशासन की टीम भी लगी थी.
बच्चे को बचाने के लिए एप्रोच रोड का स्लैब भी बुलडोजर से तोड़ा गया था. रंजन को पिलर के बीच से निकालने के बाद उसे बचाने की प्रशासन ने भरपूर कोशिश की लेकिन अंततः रंजन जिंदगी की जंग हार गया.