Padmini Ekadashi: कल पद्मिनी एकादशी, पद्मिनी एकादशी पर भद्रा का साया, सावन की पूर्णिमा तक रखें जाएंगे ये तीन एकादशी व्रत
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Padmini Ekadashi : अभी अधिकमास चल रहा है, इसे मलमास भी कहते हैं। अधिकमास की पहली एकादशी का व्रत 29 जुलाई को रखा जाएगा। सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पद्मिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। पद्मिनी एकादशी को कमला एकादशी भी कहते हैं। इसके बाद अधिकमास की एक एकादशी का व्रत 12 अगस्त को रखा जाएगा। इस एकादशी को परमा एकादशी कहते हैं।
आपको बता दें कि सावन और अधिकमास की पूर्णिमा को मिलाकर इस बार सावन की पूर्णिमा तक कुल तीन एकादशी व्रत रखे जाएंगे।इसके बाद 27अगस्त को पुत्रदा एकादशी मनाई जाएगी। संतान के लिए यह व्रत बहुत खास है। एकादशी के पावन दिन सात्विक भोजन करना चाहिए। इस दिन मांस- मदिरा, लहसुन, प्याज का सेवन भी नहीं करना चाहिए। इस एकादशी पर ज्येष्ठा नक्षत्र के साथ-साथ ब्रह्म योग, इन्द्र योग पड़ रहे हैं, इसलिए यह व्रत बहुत लाभदायक है।
पद्मिनी एकादशी पर भद्रा का साया
सनातन हिंदू पंचांग अनुसार अधिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 28 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 51 मिनट पर शुरू होगा, लेकिन उदया तिथि के कारण 29 जुलाई को यह व्रत रखा जाएगा। 29 तारीख को दोपहर 1 बजकर 5 मिनट पर यह समाप्त होगा। इसके बाद व्रत का पारण30 जुलाई को द्वादशी के दिन सुबह 5 बजकर 41 मिनट से लेकर 8 बजकर 24 मिनट तक किया जा सकता है।
पदमा एकदशी के दिन सुबह 5:41 बजे से दोपहर 1:05 तक भद्रा रहेगी। एकादशी तिथि पर भद्रा का कोई विचार नहीं माना जाता है, ज्योतिषियों की मानें तो यह स्वर्ग भद्रा है जिसका कोई प्रबाव नहीं माना जाता है।